आंगनबाड़ीकर्मी न्यूनतम वेतन पर काम करने को मजबूर
बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के तत्वावधान में अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर सेविका/सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय पहुंच धरना दिया।
शिवहर। बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के तत्वावधान में अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर सेविका/सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय पहुंच धरना दिया। वहीं अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की। समाहरणालय गेट जाम कर दिया। इस बीच बेलसंड विधायक प्रतिनिधि राणा रंधीर ¨सह चौहान को भी प्रदर्शनकारियों ने घेरा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि राज्य से लेकर केंद्र सरकार हमेशा वेतन में वृद्धि कर रही है। लेकिन आंगनबाड़ीकर्मी आज भी न्यूनतम वेतन पर काम करने को मजबूर हैं। यह भी आरोप लगाया कि सरकार की मंशा हमलोगों के प्रति अच्छी नहीं है, तभी तो बार-बार मांग करने के बावजूद सरकार हम सेविका/ सहायिकाओं की परेशानी नहीं समझ रही। जबकि निर्धारित 4 घंटे की कार्यावधि के विपरीत 6 से 8 घंटे काम लिया जाता है स्थिति बंधुआ मजदूर सी हो गई है। कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चालू रहेगा। मांग की बाबत बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में सेविका/ सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, सेविका को 18 हजार एवं सहायिकाओं को 12 हजार मानदेय देने, अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने, शत- प्रतिशत पदोन्नति देने एवं उम्र सीमा समाप्त करने, सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन एवं 5 लाख रुपये सहायता राशि सहित बीमा का लाभ देने, कार्य की अवधि का निर्धारण करने, समान काम समान वेतन प्रणाली लागू करने, मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों के कर्मियों को समान मानदेय देने, हड़ताल अवधि का मानदेय नहीं काटकर छुट्टी में समायोजन करने, मकान भत्ता देने सहित अन्य मांगें शामिल हैं स्थानीय मान की गई वहीं स्थानीय पांच मांगें भी पूरी करने की मांग की गई। उक्त धरना प्रदर्शन में संघ अध्यक्ष मीरा उपाध्याय, जिला सचिव रागिनी ¨सह, मीना कुमारी, तलअत नाज, चंदा कुमारी, रेखा कुमारी, सुनीता देवी, सुमन कुमारी, सरिता देवी, रूबी देवी, राधिका कुमारी, निशा कुमारी, गीतांजलि, नाजिया खातून, गुड्डी देवी, आशा देवी एवं रेखा कुमारी सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिकाएं व महिलाएं मौजूद थीं।