एचआर कॉलेज को स्थापित करने हैं अभी नए आयाम : प्रतिकुलपति
एचआर कॉलेज का स्थापना दिवस समारोह गुरुवार को मनाया गया।
-समारोह पूर्वक मना कॉलेज का स्थापना दिवस, सम्मानित किए गए एकलव्य व तरंग के अव्वल प्रतिभागी
-स्थानीय जिला पार्षद ने प्रतिकुलपति से की पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग
बोले प्राचार्य, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की है कमी
संसू, अमनौर : जयप्रकाश विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाइ एचआर महाविद्यालय अपनी लंबी यात्रा में झंझावातों के झेलते हुए आज सिदुरी विहान के द्वार पर खड़ा है। फिर भी इसे अभी कई आयाम स्थापित करने हैं।
उक्त बातें जेपीयू के प्रतिकुलपति डॉ अशोक कुमार झा ने कॉलेज के 58 वां स्थापना दिवस समारोह में गुरुवार को कही। उन्होंने कहा कि कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए राजभवन को पत्र भेजा गया है।
इससे पूर्व उन्होंने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। महाविद्यालय में स्थापित भूमिदाता स्व होती लाल साह व रामनाथ साह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ सुरेन्द्र कुमार गुप्ता एवं प्रो. हिदी विभाग के रणजीत कुमार ने की।
प्राचार्य ने महाविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास के प्रति संकल्प जताया। कहा कि महाविद्यालय को सुसज्जित किया जा रहा है। प्राध्यापकों की कमी दूर की जा चुकी है। लेकिन शिक्षेकतर कर्मचारियों की कमी है। उन्होंने छात्र छात्राओं से नियमित अध्ययन अध्यापन का आह्वान किया।
पूर्व जिला पार्षद विक्रमा मांझी ने कहा कि सूदूर ग्रामीण क्षेत्र का यह इकलौता महाविद्यालय है जिसे वर्षों से पीजी की पढ़ाई शुरु होने का इंतजार में है। प्रतिकुलपति के आश्वासन पर उन्होंने आभार जताया। कार्यक्रम में प्रो रणजीत कुमार ने स्व रचित महाविद्यालय का कुल गीत प्रस्तुत किया। इस दौरान तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता, एकलव्य, तरंग के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में भूमिदाता के पौत्र राजकुमार शरण, पूर्व प्राध्यापक जयनारायण सिंह, पूर्व प्राचार्य देवेंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व प्राचार्य शत्रुघ्न तिवारी, प्रो पप्पू कुमार, समीर कुमार, मनीष गुप्ता, कपिल देव नारायण सिंह, रणजीत कुमार, सोनू कुमार, बृजकिशोर सिंह , चंदेश्वर सिंह, सुरेन्द्र सिंह, देवेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।