वायरल वीडियो क्लिप उजागर कर रहा पुलिस की मनमानी
सारण। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो पुलिस की मनमानी व वर्दी के रौब में कानून को नजरअंदाज का
सारण। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो पुलिस की मनमानी व वर्दी के रौब में कानून को नजरअंदाज का खेल उजागर कर रहा है। कानून अपने हाथ में हो तो कानून के रखवाले कुछ भी कर सकते हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि ताजपुर के दो युवकों को गिरफ्तार कर पुलिस ने बोलेरो में बिठाया लिया है। अचानक पुलिसिया कार्रवाई पर जुटे ग्रामीण पूछ रहे हैं कि आपने इन्हे किस जुर्म में गिरफ्तार किया है। पुलिस वालों के पास इसका कोई जवाब नहीं सूझा। ग्रामीण जब बहस पर उतरते हैं तो पुलिस का पारा चढ़ जाता है। एक लड़की जो खाना लेकर दुकान पर आई थी। गिरफ्तार युवक को छोड़ने की बात करती है। महिला कांस्टेबल रहने के बावजूद एक पुलिसकर्मी उसे धक्का देकर भगा देता है। उसके बाद पड़ोस के ही एक युवक को कुछ पुलिस वाले मिल कर बेरहमी से धुनते हैं। ग्रामीण बार-बार एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि गिरफ्तार लोगों का जुर्म या उन पर क्या आरोप है। जिसका जवाब पुलिस के पास नही है। दोनों युवकों को गिरफ्तार कर थाने लाया जाता है। उसके बाद शराब के धंधे में लिप्त बता कर जेल भेज दिया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि गिरफ्तार लोगों में शामिल हरेराम साह लिट्टी और चाय की दुकान चलाता है। जबकि अमित ¨सह का किराना दुकान है। पुलिस जिस वक्त ताजपुर पहुंची उस समय अमित ¨सह अपनी दुकान पर खाना खा रहा था। दुर्व्यवहार की शिकार लड़की खाना लेकर आई थी। इसी बीच वहां पहुंची पुलिस ने अमित ¨सह को अपने पास बुलाया और गाड़ी में बैठा लिया।
वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ताजपुर के बदन ¨सह के पुत्र अमित ¨सह और श्रीकिशुन साह का पुत्र हरेराम साह उर्फ बंगाली बाइक से एक झोले में अंग्रेजी शराब लेकर जा रहे थे। पुलिस ने पीछा किया तो वे रास्ते में झोला फेंक कर भाग निकले। झोले से अंग्रेजी शराब की 30 बोतलें बरामद हुई । सुबह में ही एफआईआर दर्ज कर लिया गया था। बाद में शिनाख्त होने पर उन्हे गिरफ्तारी किया गया।