दिघवारा सीएचसी में प्रसूता की मौत के बाद हंगामा
सारण। दिघवारा सीएचसी पर बुधवार को नव प्रसूता की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने जमकर हंगा
सारण। दिघवारा सीएचसी पर बुधवार को नव प्रसूता की मौत के बाद आक्रोशित स्वजनों ने जमकर हंगामा कर तोड़फोड़ की। आक्रोशित स्वजन व ग्रामीण सीएचसी के ओपीडी कक्ष, दवा वितरण कक्ष और पंजीकरण कक्ष को अपना निशाना बनाते हुए शीशा, बेड, कुर्सी, टेबल समेत अन्य सामानों को तोड़ दिया। लगभग एक घंटे तक अस्पताल में तोड़फोड़ करते रहे, जिसमें भारी मात्रा में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के मुताबिक गड़खा थाना क्षेत्र के बाजितपुर गांव निवासी पप्पू सिंह की 21 वर्षीय पत्नी जूली कुमारी मंगलवार की देर रात रात लगभग 1:30 बजे डिलीवरी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची थी, जहां उसे भर्ती करने के बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद प्रसूता जूली कुमारी को अधिक ब्लीडिग होने से स्थिति बिगड़ने लगी तो बुधवार सुबह पांच बजे उसे बेहतर इलाज के लिए हाजीपुर रेफर किया गया। रेफर के बाद स्वजन उसे बेहतर इलाज के लिए हाजीपुर ले जा रहे थे। इसी क्रम में रास्ते में ही जूली ने दम तोड़ दिया। प्रसूता की मौत के बाद परिजन व उसके मायके सैदपुर के लोग समेत कई शरारती तत्व शव के साथ लौटकर सीएचसी पहुंचे जहां नव प्रसूता की मौत के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को जिम्मेदार मानते हुए जमकर बवाल मचाना शुरू कर दिया। अस्पताल के ओपीडी दवा वितरण व पंजीकृत पंजीकरण कक्ष को तोड़फोड़ कर चकनाचूर कर दिए। लगभग एक घंटे तक आक्रोशित स्वजन बवाल काटते रहे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ दिग्विजय समेत एएनएम, जीएनएम, हेल्थ मैनेजर व अन्य स्वास्थ्य कर्मी जान बचाकर वहां से भाग खड़े हुए। बहुत देर तक अस्पताल में सन्नाटा छाया रहा। इधर बवाल मचाने के बाद आक्रोशित परिजन मृतका के शव के साथ वापस लौट गए। घटना की जानकारी मिलने पर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार दल बल के साथ सीएचसी दिघवारा पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी ली। इस बाबत पूछे जाने पर सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोशन कुमार ने बताया कि 20 से 25 की संख्या में पहुंचे लोगों ने बवाल मचा कर अस्पताल की संपत्ति का नुकसान पहुंचाया है। इस बाबत घटना की सूचना सीएस व अन्य संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है तथा प्राथमिकी दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ मृतका के देवर राजन कुमार सिंह ने घटना को लेकर एक आवेदन दिया है। आवेदन में उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मी ने प्रसव कराने में लापरवाही बरती, जिससे मेरी भाभी की स्थिती खराब हुई और मौत हो गई। आवेदन में एएनएम सोनी कुमारी व अनु कुमारी को जिम्मेवार ठहराते हुए हुई लापरवाही की जांच की मांग करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।