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लहलादपुर में नहीं थम रहा प्रखंड प्रमुख को लेकर रस्साकस्सी

द्घद्बद्यद्ग///ष्ट/ह्यद्गह्मह्य/ह्वह्यद्गह्म/ष्ठश्र2ठ्ठद्यश्रड्डस्त्रह्य/22ष्श्चह्म7.द्भश्चद्दद्घद्बद्यद्ग///ष्ट/ह्यद्गह्मह्य/ह्वह्यद्गह्म/ष्ठश्र2ठ्ठद्यश्रड्डस्त्रह्य/22ष्श्चह्म7.द्भश्चद्दद्घद्बद्यद्ग///ष्ट/ह्यद्गह्मह्य/ह्वह्यद्गह्म/ष्ठश्र2ठ्ठद्यश्रड्डस्त्रह्य/22ष्श्चह्म7.लहलादपुर। लहलादपुर प्रखंड में प्रमुख की कुर्सी को ले रस्साकस्सी नहीं थम रहा है। प्रमुख की कुर्सी पर काबिज होने व विरोधी को मात देने को लेकर प्रखंड स्तर पर राजनीतिक सरगर्मी थमने का नाम नहीं ले रही है। उच न्यायालय के न्यायादेश के अनुसार पूर्व सविता देवी की जगह अनिल कुमार सिंह को फिर प्रमुख पद पर आशीन होने आदेश मिला। अभी एक सप्ताह ही बीता होगा कि उनके खिलाफ एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 06:39 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:39 PM (IST)
लहलादपुर में नहीं थम रहा प्रखंड प्रमुख को लेकर रस्साकस्सी
लहलादपुर में नहीं थम रहा प्रखंड प्रमुख को लेकर रस्साकस्सी

लहलादपुर। लहलादपुर प्रखंड में प्रमुख की कुर्सी को ले रस्साकस्सी नहीं थम रहा है। प्रमुख की कुर्सी पर काबिज होने व विरोधी को मात देने को लेकर प्रखंड स्तर पर राजनीतिक सरगर्मी थमने का नाम नहीं ले रही है। उच्च न्यायालय के न्यायादेश के अनुसार पूर्व सविता देवी की जगह अनिल कुमार सिंह को फिर प्रमुख पद पर आशीन होने आदेश मिला। अभी एक सप्ताह ही बीता होगा कि उनके खिलाफ एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा है।

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बताया जा रहा कि अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित पत्र पर ग्यारह में से सात पंचायत समिति सदस्यों के हस्ताक्षर है। जिसमें अनिल सिंह, रौशन चौधरी, खेदन राम,गंगाजली देवी,बबीता देवी,गायत्री देवी, गौड़ी देवी शामिल हैं। अविश्वास प्रस्ताव के पत्र में पंचायत समिति सदस्यों ने प्रमुख अनिल कुमार सिंह पर आधा दर्जन आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बीडीसी की बैठक बुलाने की मांग की है। प्रमुख अनिल कुमार सिंह पर बैठक पंचायत समिति की बैठक नहीं बुलाने,कार्य योजना में मनमानी,कार्यालय नहीं आने को ले आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बीडीसी की बैठक बुलाने की मांग की गई है। इस संबंध में बीडीओ राघवेंद्र कुमार ने बताया कि विभागीय कार्य से फिलहाल पटना है,कार्यालय लौटने के बाद ही इस संबंध कुछ भी बता पाएंगे।

गौरतलब है कि डेढ़ वर्ष पूर्व सबिता देवी के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव लगाकर पिछले पंद्रह वर्षों से प्रमुख पद पर काबिज अनिल कुमार सिंह को प्रमुख पद से हटाया गया था। मतदान के बाद सबिता देवी प्रमुख चुनी गई थी। उसके बाद अनिल कुमार सिंह अविश्वास प्रस्ताव के लिए बुलाई गई बैठक और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। उच्च न्यायालय ने चौदह तारीख को सविता देवी को प्रमुख पद से हटाते हुए अनिल कुमार सिंह को प्रमुख पद का ताज सौंपा था। लेकिन एक बार फिर विरोधी खेमें द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया गया है।


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