सिग्नल में तकनीकी खराबी के कारण विलंबित नहीं होंगी ट्रेन
छपरा। सिग्नल में तकनीकी खराबी के कारण अब ट्रेनें विलंबित नहीं होंगी। सिग्नल उपकरणों में तकनीकी खराबी होते ही संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों तक एसएमएस पहुंच जाएगा। एसएमएस आते सभी एलर्ट हो जाएंगे और संबंधित कर्मचारी मौके पर पहुंचकर उसे ठीक कराएंगे।
छपरा। सिग्नल में तकनीकी खराबी के कारण अब ट्रेनें विलंबित नहीं होंगी। सिग्नल उपकरणों में तकनीकी खराबी होते ही संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों तक एसएमएस पहुंच जाएगा। एसएमएस आते सभी एलर्ट हो जाएंगे और संबंधित कर्मचारी मौके पर पहुंचकर उसे ठीक कराएंगे। एसएमएस एलर्ट सिस्टम को जल्द ही छपरा-गोरखपुर रेल खंड पर लगाया जायेगा। सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन (एसएंडटी) रेलवे ने तैयार किया है । एसएमएस एलर्ट सिस्टम हार्डवेयर और साफ्टवेयर बेस पर आधारित एक उपकरण है, जिसे स्टेशन यार्ड स्थित इंटरलाकिग गेटों और रेल लाइनों पर ब्लाक सेक्शन में मौजूद इंटरमीडिएट ब्लाक हट और ऑप्टिकल फाइबर केबल हट पर लगाया जायेगा। यह सिग्नल उपकरणों में आने वाली किसी भी प्रकार की तकनीकी खामी पर तत्काल अधिकतम 15 मोबाइल नंबरों पर संदेश भेजेगा। पॉवर नहीं होने पर भी यह एसएमएस अलर्ट सिस्टम 48 घंटे तक कार्य करता रहेगा। यानी, कोहरे में, बारिश के मौसम में या तूफान आदि आने पर किसी भी विषम परिस्थिति में सिग्नल उपकरणों के फाल्ट समय रहते दुरुस्त कर लिए जाएंगे। फिलहाल, प्रयोग के तौर पर यह सिस्टम मगहर- खलीलाबाद रेल मार्ग पर नव स्थापित आइबीएच पर लागू कर दिया गया है, जो सुचारू रूप से कार्य कर रहा है। जल्द ही पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-औडीहार, छपरा- गोरखपुर रेल खंड पर भी इस सिस्टम को लागू किया जाएगा। दरअसल, ट्रेन सिग्नल पर ही चलती हैं, लेकिन मौसम खराब होने या पटरियों पर कार्य के चलते अक्सर सिग्नल उपकरणों में खराबी आती रहती है। ऐसे में खामियों को पकड़ने और उसे दुरुस्त करने में समय लग जाता है। क्या कहते हैं अधिकारी एस एंड टी विभाग ने अच्छा प्रयोग किया है। फिलहाल इसे मगहर-संतकबीरनगर रूट पर प्रायोगिक तौर शुरू किया गया है। सिग्नल उपकरणों में किसी तरह से कोई खराबी आने से तुरंत फीड किए गए मोबाइल नम्बरों पर संदेश चला जायेगा। अशोक कुमार
रेलवे जनसंपर्क अधिकारी
वाराणसी मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे