बारिश क्या हुई, झील में तब्दील हो गया शहर
छपरा नगर निगम साफ-सफाई की चाहे जितने भी ढोल पीट ले लेकिन बारिश होते ही नगर निगम के दावे की पोल खुलती नजर आने लगती है। देखते ही देखते शहर में झील का नजारा बन जाता है। शहर के गली-मोहल्ले से लेकर बाजार एवं सरकारी कार्यालय तक जलमग्न हो गये।
सारण । छपरा नगर निगम साफ-सफाई की चाहे जितने भी ढोल पीट ले, लेकिन बारिश होते ही नगर निगम के दावे की पोल खुलती नजर आने लगती है। देखते ही देखते शहर में झील का नजारा बन जाता है। शहर के गली-मोहल्ले से लेकर बाजार एवं सरकारी कार्यालय तक जलमग्न हो गये। और तो और नगर निगम के साथ जजेज कॉलोनी भी जलमग्न हो गयी। इस जलजमाव से सर्वाधिक परेशानी तो जजेज कॉलोनी के साथ भगवान बाजार थाना रोड एवं गुदरी बाजार के निवासियों की होती है, क्योंकि उक्त तीनों स्थानों पर एक बार जलजमाव हो गया तो वहां यह स्थिति बनी ही रहेगी। वहीं नगर निगम के द्वारा नालों की सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति ही की जाती है। हालांकि गुदरी बाजार में महीनों से जलजमाव की समस्या को देखते हुए नगर निगम के सफाई कर्मी मोहल्ले के नालों की सफाई करने पहुंचे थे। उनके द्वारा नालों की सफाई भी की जा रही थी। तभी झमाझम बारिश से नाले से निकाले गये कचरे पुन: नाले में चले गये। जिसके बाद गुदरी बाजार में दो से तीन फुट का जलजमाव हो गया। बाजार से गुजर रहे टेम्पो में पानी घुस गया। वहीं बाइक एवं साइकिल चालकों की तो हालत ही खस्ता हो गई। बाइक के चक्के का आधा हिस्सा जलमग्न हो गया। इस दौरान बाइक से दूध बेचने जाने वाले एक युवक की तो हालत ही खस्ता हो गई। बेचारे को बाइक बार बार स्टार्ट करने के बाद भी अधिक जलजमाव वाले स्थान से ठेलकर ले जाना पड़ा। वहीं भगवान बाजार थाना रोड में भी जलजमाव के कारण डेढ़ फुट तक का पानी जमा हो गया। जिसके कारण मोहल्लेवासियों को काफी परेशानी हुई। बच्चों ने बरसात के पानी में की खूब मस्ती
गुदरी बाजार में जलजमाव के कारण मोहल्ल के अनेक घरों में भी पानी प्रवेश कर गया। वहीं मोहल्ले के बच्चों ने बरसात एवं जलजमाव के बीच खूब मस्ती की। इस दौरान बच्चो ने नाले के साथ मिलकर बह रहे बरसात के पानी में डुबकी लगाकर तैरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते मोहल्ले के कई बच्चे उनके साथ शामिल हो गये। जलजमाव के कारण गुदरी बाजार के अंदर भी पानी घुस गया। कुछ दुकानदार जल्द से जल्द बाजार पहुंचकर अपनी दुकान खोलकर भीगे सामान को बाहर निकाले और अन्य सामान को टेबल के उपर रखकर सामानों की सुरक्षा की। इस दौरान कुछ कपड़ा दुकानदारों का काफी सामान भी बर्बाद हो गया।