मढ़ौरा में एक माह भी नहीं मिला नल का जल
सारण। नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या तीन में लोगों को एक माह भी ठीक से नल का जल नसीब नहीं हुआ है। वहां लगाये गये सभी नल लगभग टूटकर गिर चुके हैं। लोगों का कहना है कि बोरिग तो समय से हुआ लेकिन पाइप लाइन का कार्य इस तरह हुआ कि जैसे ही पानी के लिए मोटर चलाई जाती थी।
सारण। नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या तीन में लोगों को एक माह भी ठीक से नल का जल नसीब नहीं हुआ है। वहां लगाये गये सभी नल लगभग टूटकर गिर चुके हैं। लोगों का कहना है कि बोरिग तो समय से हुआ लेकिन पाइप लाइन का कार्य इस तरह हुआ कि जैसे ही पानी के लिए मोटर चलाई जाती थी। ज्वाइंट से ही लिकेज होकर पानी गिरने लगता था। लगभग पूरे वार्ड में यह स्थिति बन गयी और पानी सप्लाई बंद हो गयी। इसके बाद धीरे धीरे सभी पाइप व स्टैंड नल-जल के साथ टूट गये। उक्त वार्ड में जहां नलजल की टंकी लगाई गयी है, वहां से करीब दस मीटर पश्चिम जमीन के उपर ही पाइप देखे गये। लोगों का कहना है कि संवेदक के द्वारा इस तरह से पाइप जमीन के अंदर बिछाया गया है कि पाइप उपर ही दिखाई देता है। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा आज तक इसकी जांच नहीं कराई गयी और न ही जिला से कोई टीम यहां जांच करने पहुंची। इसके कारण हमलोग को नल का जल नहीं मिला और हमलोग चापाकल के पानी पर ही निर्भर हैं। नगरवासियों में डीएन गुप्ता, नरेश साह, उमेश साह, बच्चा साह, लगन साह, संतोष सिंह आदि ने बताया कि उक्त वार्ड में डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए डस्टबिन का वितरण तो कर दिया गया, परंतु यहां कचरा उठाव के लिए कोई कर्मी नहीं आता है।
उन्होंने बताया कि कचरा प्रबंधन पर सरकार के द्वारा लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन उक्त वार्ड स्थित असोइयां बाजार पर कचरा के लिए डस्टबिन भी नहीं है। उससे दुकानदार रोज का कचरा सड़क किनारे व दुकान के पीछे फेंकते हैं, जिससे यहां कचरा का अंबार लगा हुआ है। नगरवासियों के अनुसार पूर्व में यहां विद्युत पोल पर लाइट की व्यवस्था नहीं की गई थी, परंतु छठ पर्व पर स्थानीय वार्ड पार्षद के द्वारा विद्युत पोल पर बल्ब लगाये गये ताकि अंधेरा दूर हो। यहां के नगर पंचायत से लगाये जाने वाला एलईडी लाइट नदारद है। यहां की आबादी लगभग 500 घरों की है। लोगों को जोड़ने के लिए पीसीसी सड़क की योजना तो बन गयी, परंतु आज तक सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। वर्षा व बाढ़ यहां की प्रमुख समस्या है, जिससे लोगों को जूझना पड़ता है। नगर के वार्ड तीन में ही कचरा का अंबार लोगों को देखने के लिए मिलता है। यहां के नटटोली में स्वच्छ आदमी एक मिनट के लिए खड़ा नहीं हो पायेगा, क्योंकि यहां दुर्गंध बहुत है।
बोले वार्ड पार्षद
नलजल का काम पूरा होने के बाद मेरे वार्ड के लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ। इसकी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मेरे वार्ड में लाइट लगाये गये, परंतु खराब होने के बाद उसको बनवाया नहीं गया। किसी मामले की शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं होती है।
सुमन नट, वार्ड पार्षद
वार्ड संख्या तीन, मढ़ौरा नगर पंचायत