16 में हुआ टीईटी का एग्जाम, मई 18 में रिजल्ट, अब अंक पत्र का इंतजार
स्पेशल टीईटी के अभ्यर्थियों की परेशानी कम नहीं हो रही। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की उदासीनता का खामियाजा वे भुगत रहे हैं। माजरा यह है कि बीएसईबी द्वारा ली गई प्रारंभिक शिक्षक पात्रता एवं माध्यमिक/उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा -2011 में 54 अभ्यर्थियों का ओएमआर एवं आंसर सीट बोर्ड ने गुम कर दिया। इस कारण 54 अभ्यर्थियों का रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया।
जागरण संवाददाता, छपरा: स्पेशल टीईटी के अभ्यर्थियों की परेशानी कम नहीं हो रही। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की उदासीनता का खामियाजा वे भुगत रहे हैं। माजरा यह है कि बीएसईबी द्वारा ली गई प्रारंभिक शिक्षक पात्रता एवं माध्यमिक/उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा -2011 में 54 अभ्यर्थियों का ओएमआर एवं आंसर सीट बोर्ड ने गुम कर दिया। इस कारण 54 अभ्यर्थियों का रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया।
रिजल्ट प्रकाशित नहीं होने हाकिम राय समेत कई अभ्यर्थी बीएसईबी का कार्यालय चक्कर लगाने लगे। वे थक गये। लेकिन रिजल्ट प्रकाशित नहीं हुआ। हाकिम राय ने आरटीआइ से जानकारी मांगी। इसी बीच कुछ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। उसके बाद बीएसईबी ने 9 एवं 10 अप्रैल 16 को द्वारिका हाई स्कूल पटना में टीईटी की इनकी स्पेशल परीक्षा ली। लेकिन परीक्षा लेने के एक माह बीत जाने के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया। इसके बाद अभ्यर्थी हाकिम राय, हरेंद्र कुमार, ययंती कुमारी, बबीता कुमारी, निर्मला कुमारी, राज कुमार गुप्ता, मोहम्मद मजहर खां एवं बिनोद कुमार ने कई बार बीएसईबी के अध्यक्ष, सचिव को पत्र भेजा लेकिन रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया। बार -बार आवेदन एवं पुन: हाईकोर्ट में वाद दाखिल करने पर दुबारा परीक्षा लेने के बाद दो साल बाद यानि 24 मई 18 को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने रिजल्ट प्रकाशित कर दिया। लेकिन रिजल्ट के पांच माह बीत जाने के बाद भी अभी तक अंक पत्र नहीं भेजा गया है। टीईटी की स्पेशल परीक्षा का रिजल्ट दो साल बाद आने और अब अंक पत्र नहीं होने से अभ्यर्थियों में मायूसी के साथ गुस्सा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि बोर्ड की गलती के कारण आज तक उनका नियोजन नही हो सका है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। अब यह देखना है कि आखिर बीएसईबी की नींद कब टूटती है और वह स्पेशल टीईटी पास अभ्यर्थियों का अंक पत्र भेजता है।