एनएच 19 पर बालू लदे वाहनों से लगा महाजाम
सारण। यूं तो बालू लदे वाहनों के कारण एनएच 19 पर आए दिन यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है, लेकिन गुरुवार
सारण। यूं तो बालू लदे वाहनों के कारण एनएच 19 पर आए दिन यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है, लेकिन गुरुवार को हद ही हो गई। महाजाम के कारण डोरीगंज से छपरा तक की 12 किमी की दूरी तय करने में वाहनों को 4-4 घंटे लग गए। इस दौरान सबसे अधिक दिक्कत स्कूल वाहनों के फंसने से बच्चों को हुई। भीषण गर्मी में बच्चे पानी के लिए तरस गए। उधर, जाम की भीषण समस्या पर जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा ध्यान न दिए जाने के कारण लोगों में आक्रोश है। छोटी गाड़ियां गंवई रास्ते से निकलने की कोशिश की। जिसके कारण कुछ देर बाद वहां भी भयंकर जाम लग गया।
बताया जाता हैं कि बालू लदे वाहनों के कारण छपरा- पटना मुख्यमार्ग ब्लाक रोड बायपास भिखारी चौक से लेकर आरा-छपरा पुल के बीच आए दिन महाजाम की समस्या अब नासूर बनता जा रही है। उक्त पथ पर लगातार जाम की समस्या ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। जाम से त्रस्त लोगों के बीच यह समस्या एक त्रासदी का रूप ले चुकी हैं। जिला प्रशासन की नो इंट्री का भी कोई असर नहीं। बहरहाल लोगो को भी इससे निजात का कोई आसार नजर नहीं आता। प्रशासन भी लाचार हाथ पर हाथ धरे बैठा हैं। हालांकि जिलाधिकारी व एसपी ने अब रूट बदलकर ट्रकों के परिचालन का आदेश दिया है। इसके बाद भी हालात बहुत विकट हैं।
गुरुवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। ब्लॉक रोड बायपास भिखारी चौक से लेकर डोरीगंज के बीच अहले सुबह से ही ट्रकों की लंबी कतारें देखी गई, जो दिन चढने के साथ ही भीषण महाजाम का शक्ल अख्तियार कर लिया। इस दौरान बड़े छोटे वाहनो में कैद लोग घंटों जाम मे फंसे रहे। आलम ऐसा कि भिखारी चौक से लेकर डोरीगंज के बीच साइकिल व मोटरसाइकिल सवारों की भी शामत आ गई। आम लोगो के लिए पैदल सरकना भी मुहाल दिखा। लिहाजा छोटे चार पहिया वाहन मुख्यमार्ग से उतर गांवो मे प्रवेश कर गए। जिसके कारण गंगा के तटीय इलाकों से होकर शहर को जोड़ने वाले विष्णुपुरा, जलालपुर, मखदुमगंज, घेघटा व शेरपुर आदि गांवो के ग्रामीण मार्ग भी जाम हो गए। जिसके कारण गांवों से भी निकलना लोगो के लिए दुभर हो गया। धूप में खड़े पसीना बहाते साइकिल व मोटरसाइकिल सवार यात्रियों की भी अक्ल ठिकाने दिखी। जिसमें खासी फजीहत का सामना महिला यात्रियो को करना पड़ा। वाहन छोड़ कई यात्री पैदल ही मार्च करते हुए नजर आए। उधर जाम में फंसे स्कूली वाहनों मे कैद बच्चे घर पहुंचने की जल्दी में बेहद परेशान दिखे। बावजूद आम नागरिकों की सुरक्षा में तत्पर पुलिस प्रशासन का कही अता पता भी नजर नहीं आया।