पूर्वोत्तर में हंगामा के कारण 13 घंटे विलंब से पहुंची राजधानी एक्सप्रेस
छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के परिचालन पर पूर्वोत्तर में हंगामा का व्यापक असर शनिवार को देखने को मिला । इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इन ट्रेनों के इंतजार में यात्री 6 से 15 घंटे तक इंतजार करना पडा। डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन करीब 13 घंटे विलंब से छपरा जंक्शन पर पहुंची। इस ट्रेन को शुक्रवार की रात 1000 बजे छपरा जंक्शन पर पहुंचने का समय है लेकिन यह ट्रेन शनिवार को दिन के करीब 1130 बजे पहुंची।
छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के परिचालन पर पूर्वोत्तर में हंगामा का व्यापक असर शनिवार को देखने को मिला । इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इन ट्रेनों के इंतजार में यात्री 6 से 15 घंटे तक इंतजार करना पडा। डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन करीब 13 घंटे विलंब से छपरा जंक्शन पर पहुंची। इस ट्रेन को शुक्रवार की रात 10:00 बजे छपरा जंक्शन पर पहुंचने का समय है, लेकिन यह ट्रेन शनिवार को दिन के करीब 11:30 बजे पहुंची। इस वजह से यात्री रात भर परेशान रहे। इसी तरह अवध असम एक्सप्रेस 10 घंटे विलंब से शुक्रवार की रात को पहुंची। शनिवार को आने वाली अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन भी करीब तीन घंटे से अधिक विलंब से आने की सूचना है। जबकि रविवार को यह ट्रेन नहीं आयेगी। इसे रद्द कर दिया गया है। इसी तरह डिब्रुगढ़ से चंडीगढ़ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन भी सात घंटे विलंब से पहुंची। कामाख्या - जयपुर ट्रेन भी करीब 10 घंटे विलंबित है।
एक तरफ हो रही थी रोड़ेबाजी तो, दूसरी तरफ चल रही थी गोलियां
असम के पलटन बाजार में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ एक तरफ लोग रोड़े बाजी कर रहे थे तो, दूसरी ओर पुलिस गोलियां चला रही थी। इन दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक फंसा रहा। गोलीबारी और रोड़े बाजी के बीच कुछ समझ नहीं आया, तब दोनों हाथ से अपने सिर को ढक लिया और आंख बंद करके आधा किलो मीटर दौड़ कर सेना के जवानों के पास पहुंचा। तब जान में जान आयी । यह कहना था राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से उतरे सिवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव के राज नारायण का। वह असम के गुवाहाटी में किराना दुकान चलाते हैं और अपने घर वापस लौट रहे थे। वह बुधवार को ट्रेन पकड़ने के लिए गुवाहाटी जा रहे थे । इसी दौरान वह नागरिकों के आंदोलन और पुलिस के साथ झड़प में फंस गए थे। छपरा पहुंचने पर उन्होंने कहा कि वहां कि स्थिति अच्छी नहीं है, जिसके कारण अपनी दुकान बंद कर वह गांव लौटे हैं। उन्होंने बताया कि उनके जैसे दर्जनों लोग, जो हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बलिया, गाजीपुर के रहने वाले हैं । अपना कारोबार समेट कर वापस लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों के सहयोग से वह सुरक्षित स्टेशन पहुंचे और ट्रेन में सवार हुए। छपरा जंक्शन पर उतरने के बाद वह पैसेंजर ट्रेन से पचरूखी के लिए रवाना हुए। दरअसल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन छपरा-बलिया के रास्ते जाती है।