भागवत कथा सुनने को भक्तों की उमड़ रही भीड़
सारण। आदर्श मध्य विद्यालय मशरक के प्रांगण में मां सिद्धिदात्री मंदिर के तत्वावधान में आयोजित सात दिव
सारण। आदर्श मध्य विद्यालय मशरक के प्रांगण में मां सिद्धिदात्री मंदिर के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महायज्ञ के चौथे दिन प्रवचन सुनने के लिए भक्त श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रवचन का शुभारंभ हरेन्द्राचार्य जी महाराज को व्यवसायी अशोक कुमार ¨सह, शिव भक्त चन्द्रमा ¨सह, जितेंद्र कुमार ¨सह आदि ने फूल माला पहना कर किया। इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र ¨सह, सरपंच विनोद प्रसाद, विनय कुमार ¨सह, नरेन्द्र ¨सह काका, सुनिल पांडेय, कामेश्वर ¨सह, उमेश सोनी आदि मौजूद थे। व्यवस्थापक मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ¨सह की देख रेख में आयोजित महायज्ञ में अयोध्याधाम से पधारे कथावाचक संत श्रीहरेन्द्राचार्य जी महाराज ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते कहा कि ध्रुव जी को सुरूचि माता ने जब गोद से नीचे उतार दिया तो ध्रुव जी महाराज अपनी माता के पास पहुंचे, लेकिन मां ने कहा बेटा तुम कभी भी किसी के लिए अमंगल मत सोचना। क्योंकि जब हम किसी के विषय में अमंगल सोचते हैं, गलत सोचते हैं, तो हमारा अमंगल अपने आप शुरू हो जाता है। ध्रुव जी महाराज ने पूछा तो फिर हमारे पिता कौन हैं। सुनिचि मां ने कहा तेरे पिता भगवान हैं। ध्रुव जी बोले वे कहां मिलेंगे। तब मां ने कहा कि वह तो हर जगह रहते हैं। ध्रुवजी मां की बात सुनकर भगवान को खोजने मधुवन में गए।