कालाजार मुक्त बिहार बनाने के अभियान को मिल रही है व्यापक सफलता : डा शर्मा
कालाजार उन्मूलन में व्यापक स्तर पर सफलता मिल रही है। कालाजार के मरीजों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। पिछले वर्ष की तुलना में कालाजार प्रभावित गांवों और मरीजों की संख्या में इस वर्ष काफी कमी आई है।
जासं, छपरा : कालाजार उन्मूलन में व्यापक स्तर पर सफलता मिल रही है। कालाजार के मरीजों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। पिछले वर्ष की तुलना में कालाजार प्रभावित गांवों और मरीजों की संख्या में इस वर्ष काफी कमी आई है। उक्त बातें बिहार के अपर निदेशक सह मुख्य मलेरिया पदाधिकारी डॉक्टर एमपी शर्मा ने जिले के कालाजार प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद छपरा में पत्रकारों से शनिवार को कही। इसके पहले उन्होंने सिविल सर्जन डॉ ललित मोहन प्रसाद तथा जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार के साथ समीक्षा बैठक की। डॉ शर्मा के साथ राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के एडी दास भी मौजूद थे। डॉ शर्मा ने कहा कि सारण जिले में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 30 मरीज मिले हैं। पिछले साल जनवरी से लेकर मार्च तक 192 मरीज पाए गए थे। जबकि इस वर्ष इसी अवधि में मात्र 162 मरीज पाए गए हैं, पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 30 मरीज कम हैं। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में वर्तमान समय में इस वर्ष 528 मरीज पाए गए हैं। यह संख्या काफी तेजी के साथ कम हो रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में कालाजार मरीजों की संख्या बिहार में 8033 थी, जबकि पांच वर्षों में मरीजों की संख्या 2014 की तुलना में घट कर 2019 में मात्र 10 फ़ीसदी ही रह गई है ।
उन्होंने कहा कि कालाजार उन्मूलन के लिए सिगल डोज इंजेक्शन की व्यवस्था किए जाने के बाद से मरीजों की संख्या में ना केवल कमी आई है, बल्कि कालाजार के खात्मे के करीब हम पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले लंबे समय तक मरीजों को अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता था । जबकि वर्तमान चिकित्सा पद्धति के में 24 घंटे के लिए ही मरीज को भर्ती किया जाता है। इसके एवज में मरीज तथा उसके सहयोगी को क्षतिपूर्ति मुआवजा के रूप में 7100 का भुगतान भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि सारण प्रमंडल में 27 प्रखंड कालाजार से प्रभावित हैं। इनमें सारण जिले के सोनपुर, गड़खा, परसा, दरियापुर, नगरा आदि प्रखंड शामिल है । सोनपुर के सिताबगंज, गड़खा के मजलिसपुर, दरियापुर के फुरसतपुर तथा परसा के फतेहपुर गांव का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि 25 मार्च से जिले में डीडीटी छिड़काव का कार्यक्रम चल रहा है। जिसकी प्रगति काफी संतोषजनक है। उन्होंने जिला मलेरिया पदाधिकारी तथा सिविल सर्जन को आश्वासन दिया कि कालाजार उन्मूलन के लिए किसी भी तरह के संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने सदर अस्पताल के कालाजार वार्ड का भी जायजा लिया और मरीजों के उपचार की व्यवस्था का निरीक्षण किया अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी पूछताछ की। इस मौके पर सिविल सर्जन ललित मोहन प्रसाद, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद समेत सभी चिकित्सा पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे ।