जेपीयू में चार साल से बंद जेपी अध्ययन केंद्र का टूटेगा ताला
दूसरी आजादी के प्रणेता लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर (11 अक्टूबर)
सारण। दूसरी आजादी के प्रणेता लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर (11 अक्टूबर) उनके नाम से विश्वविद्यालय में खुले जयप्रकाश अध्ययन केंद्र के बंद ताला को खोलने का निर्णय लिया गया है। कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह ने बताया कि करीब चार साल पहले तत्कालीन कुलपति प्रो. द्विजेंद्र कुमार गुप्ता के कार्यकाल में वर्ष 2013 में विश्वविद्यालय में जयप्रकाश अध्ययन केंद्र की नींव रखी गई। उनसे जुड़ी पुस्तक एवं साहित्य को रखा गया। लेकिन उद्घाटन के बाद से इसका ताला नहीं खुला। मैंने भी यहां पदभार ग्रहण करने बाद उसे खोलने के लिए चाबी की खोज की तो विश्वविद्यालय में चाबी नही मिली। उन्हे बताया गया कि उस समय के तत्कालीन कुलसचिव प्रो. आरपी बबलू के पास उसकी चाबी है। लेकिन वे यहां परीक्षा के नियमित करने एवं वर्ग संचालन में व्यस्त हो गये। लेकिन वे लोक नायक की जयंती पर प्रतिकुलपति प्रो.अशोक कुमार झा के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी बनाकर यहां का ताला तोड़ेंगे। केंद्र के अंदर कौन -कौन सी पुस्तक और समान है इसकी सूची बनाई जाएगी। उस अध्ययन केंद्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने का प्रयास किया जाएगा। जिसमें देश भर के लोग जो जेपी पर अध्ययन एवं शोध कर रहे हैं, लोग यहां आकर अध्ययन कर सकेंगे।