विद्युत शवदाह गृह से गंगा नदी में नहीं होगा प्रदूषण : मंगल पांडेय
छपरा। सारण के पहलेजा घाट पर बने विद्युत शवदाह गृह का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। गंगा तट पर 1.6 करोड़ रूपये की लागत से बने शवदाह गृह का वर्चुअल उद्घाटन सूबे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया।
छपरा। सारण के पहलेजा घाट पर बने विद्युत शवदाह गृह का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। गंगा तट पर 1.6 करोड़ रूपये की लागत से बने शवदाह गृह का वर्चुअल उद्घाटन सूबे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। उद्घाटन भाषण में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इससे प्रदूषण कम होगा। उसके साथ ही आमलोगों का बोझ कम होगा। वर्तमान में गंभीर बीमारी से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए शवदाह गृह महत्वपूर्ण है। श्मशान घाट पर मनमाने तरीके से आर्थिक वसूली पर भी लगाम लगेगा। शवदाह गृह में 48 शवों के दाह संस्कार की क्षमता है। विशिष्ट अतिथि एवं सारण के सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी
ने अपने संबोधन में कहा कि उससे सारण का एक अलग पहचान बनेगा। यह एक मानक जिला के रूप में स्थापित होगा। यह पटना ही नहीं बल्कि सारण क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। सांसद ने कहा कि बिजली की सुचारू व्यवस्था करने के बाद शवदाह का निर्माण कराया गया है। नमामि गंगे परियोजना के तहत सारण में घाटों का निर्माण हो रहा है। जो राज्य के किसी भी घाट से सुंदर व आकर्षक है। वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि शहर को शहर से सटे नदी घाटों को विकसित एवं सुंदर बनाया जा रहा है। इस मौके पर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर, बुडको के प्रबंध निदेशक रमण कुमार, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन आदि मौजूद थे।