दोहरे हत्याकांड में चार बदमाश गिरफ्तार
थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की।
गड़खा : थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर घटना के कुछ घंटे बाद चार बदमाशों को दबोच लिया। ग्रामीणों की पिटाई से जख्मी एक बदमाश की मौत इलाज के लिए ले जाने के दौरान रास्ते में हो गई। वहीं एक आरोपी अभी फरार है। इस मामले में छह लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एसपी धूरत सायली सावलाराम ने सोमवार को गड़खा थाने संवाददाताओं को बताया कि छह लोगों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें उपेंद्र भारती उर्फ बुलेट बाबा, राजनाथ साह, रोहित कुमार, विजय महतो, परशुराम राय व सौकत अली को अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाशों में हकमा गांव के विजय महतो व रोहित कुमार, जानकीनगर गांव के राजनाथ साह व गड़खा के बुलेट बाबा उ़र्फ उपेंद्र भारती बताए जाते हैं। एक बदमाश सौकत अली फरार है और परशुराम की मौत हो चुकी है। गिरफ्तार बदमाशों के पास से हथियार भी बरामद किया गया है। इनके पास से दो कट्टा, चार जिदा बम, नौ कारतूस, एक खोखा व गोली का अग्रभाग बरामद हुए हैं। एसपी ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में प्रथम दृष्टया मामला संजय सिंह व सौकत अली के बीच चल रहे विवाद को बताया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों के बीच चर्चा कुछ और है।
प्रेमियों के बीच लड़ाई में दो की गई जान
ग्रामीणों के अनुसार, घटना का कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। इसमें दो प्रेमियों के आपसी लड़ाई का यह परिणाम है। पेशेवर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है। इसके लिए उन्होंने पैसा भी लिया है। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि नागेंद्र सिंह के साढ़ू का लड़का मोतीराजपुर गांव में अपने मौसा के घर पर ही रहता था। उसी गांव की एक महिला के साथ उसका अवैध संबंध था। महिला का पति दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। महिला का संबंध अपनी ही बिरादरी के एक दूसरे युवक से भी था। इसको लेकर नागेंद्र सिंह के साढ़ू का लड़का एवं उक्त युवक के बीच विवाद चल रहा था। पहले भी काफी कहासुनी हुई थी, लेकिन गांव के लोगों ने पंचायती कर मामले को सुलह करा दिया था। इसी बीच पुन: दोनों के बीच महिला को लेकर मनमुटाव हो गया। दूसरे प्रेमी ने महिला के साथ मिलकर नागेंद्र सिंह के साढ़ू के लड़का को मारने की साजिश रची। पैसे देकर पेशेवर अपराधियों के द्वारा घटना को अंजाम दिलाया गया है। इसी को लेकर छह बदमाश रविवार की रात में नागेंद्र सिंह के घर पर बम व गोली से लैस होकर पहुंचे थे और ताबड़तोड़ फायरिग शुरू कर दी। इसमें संजय सिंह एवं नागेंद्र सिंह की मौत हो गई, जबकि इंद्रमोहन सिंह को गोली लगी है। वहीं जिस व्यक्ति को लेकर पूरा विवाद हुआ वह बच गया है। इंद्रमोहन सिंह का इलाज पटना में चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य लाइनर व साजिशकर्ता शौकत अली अभी फरार है। जबकि परशुराम राय को घर की एक महिला के सहयोग से ग्रामीणों ने दबोच लिया था।