बच्चे को आया गुस्सा तो ससुराल में बुरे फंसे पिता, बरसने लगे लात-जूते
बिहार के छपरा में ननिहाल आए एक बच्चे को पिता पर गुस्सा आ गया। उसने अपने अपहरण का शोर मचा दिया। इसके बाद पिता की ससुराल के शहर में लात-जूतों से जमकर पिटाई हो गई।
सारण [जेएनएन]। स्टेशन पर अजीब नजारा था। 10 साल का एक बालक बचाने की कोशिश कर रहा था और भीड़ उसके पिता को पीटे जा रही थी। भीड़ ने बच्चे के साथ उसके पिता को भी पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हद तो यह है कि यह सारा माजरा उसी बच्चे की एक शरारत का परिणाम था। घटना छपरा जंक्शन पर सोमवार की देर शाम हुई।
बलिया के रहने वाला एक युवक अपने बेटे को अपनी ससुराल से लेकर वापस घर जा रहा था। बच्चा ननिहाल में ही रहना चाहता था। पिता द्वारा उसे ले जाए जाने के कारण वह गुस्से में था। अचानक बच्चे को शरारत सूझी और उसने शोर 'बचाओ-बचाओ' का शोर मचाना शुरू कर दिया। आसपास के लोग जुटे तो कहा कि उसका अपहरण हो गया है। फिर क्या था, पिता पर लात-जूतों की बरसात होने लगी।
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बच्चे को इसकी उम्मीद नहीं थी। पिता को पिटता देख उसने भीड़ से सच्चाई बताई। लेकिन, लोगों को लगा कि बच्चा किसी दबाव में झूठ बोल रहा है। लोगाें ने पिता के साथ बच्चे को भी पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।
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घटना की पुलिस तहकीकात के दौरान बच्चे ने बताया कि वह भगवान बाजार स्थित अपने ननिहाल आया था और यहीं रहना चाहता था, लेकिन पिता उसे वापस घर ले जा रहे थे। इसी कारण उसने शोर मचाकर पिता को पिटवा दिया। रेल थानाध्यक्ष ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बच्चे के नानी और परिजनों से पूरी तहकीकात के बाद उसे पिता के हवाले कर दिया गया