कलश स्थापना के साथ बिखरे श्रद्धा के नवरंग
सारण। महाशक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र के पहले दिन प्रतिपदा को पूजा पंडालों से
सारण।
महाशक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र के पहले दिन प्रतिपदा को पूजा पंडालों से लेकर घरों में- या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: के मंत्र गुंजायमान हो गये। चारो तरफ भक्ति की रसधारा फूट पड़ी। कर्मकांडी ब्राह्माण मंगलवार को सूर्योदय के साथ ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापन कराए। ब्राह्माणों के कलश स्थापना के बाद दुर्गा सप्तशती के पाठ से वातावरण भक्तिमय हो गया। नवरात्र के नव दिनों में माता के नव रूप की पूजा की जाएगी। नवरात्र शुरू होते ही वैवाहिक कार्य छोड़कर सभी शुभ कार्य शुरू हो गये। नवरात्र में नयी वस्तु खरीदने से सुख व समुद्धि आती है।
कलश में सभी देवताओं को होता है वास
नवरात्र में जो कलश स्थापना की जाती है, उसमें सभी देवी -देविताओं का वास होता है। इसलिए कलश स्थापना करके दुर्गा पाठ किया जाता है। आचार्य अनीत शुक्ल ने बताया कि माता के कलश में मां के अलावा सभी देवी-देवताओं का वास होता है। कलश के मुख्य में विष्णु, कंठ में महादेव, मूलमंत्र के बीच सभी सागर व नदियां, उपरी भाग में सातों द्वीप चार वेद और कलश के अन्य अंग में सभी देवी- देवता का वास होता है। इसलिए नवरात्र में कलश स्थापना के साथ दुर्गा पाठ करने से सभी देवी -देवता प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करते है।
पूजा पंडालों में शुरू
हुआ विशेष पाठ
आश्रि्वन शुक्ल प्रतिपदा यानी शारदीय नवरात्र के पहले दिन शहर से लेकर गांव तक पूजा पंडालों में कलश स्थापना के साथ ही विशेष पाठ शुरू हो गया। पूजा पंडालों में दुर्गा सप्तशती का समपुट पाठ शुरू हुआ। धूप, दीप, अगर, कपूर से वातावरण सुगंधित हो उठा। लाउडस्पीकर से देवी गीत बजने से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया है। चारों तरफ दुर्गा पूजा की धूम मची हुई है।
देवी मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
देवी मंदिरों में पूजा के लिए श्रद्धालु नर- नारी की भीड़ उमड़ पड़ी। आमी स्थित मां अंबिका भवानी मंदिर व मढ़ौरा के गढ़देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। अल सुबह से भक्त मंदिरों में पूजा के लिए पहुंचे थे। नवरात्र को लेकर मंदिरों को भी फूल, रालैक्स एवं रंग-बिरंगी बल्ब से सजाया गया है। श्रद्धालु भक्त शहर में कोर्ट देवी, कोण की देवी, मां शाकम्भरी मंदिर, भगवान बाजार स्थित दुर्गा मंदिर, बुढि़या माई मंदिर, मौना बानगंज स्थित महामया स्थान, साढ़ा ढाला स्थित दुर्गा मंदिर, कटरा स्थित काठ की देवी जी मंदिर, मौना पकड़ी स्थित दुर्गा मंदिर, मां अम्बिका स्थान, मां कालरात्रि मंदिर, गढ़देवी मंदिर, मनाईन माई स्थान सहित कई शक्ति स्थानों पर पूजा- अर्चना के लिए पहुंचे थे।
शाम में मंदिरों में महिलाओं
ने जलाया दीप
नवरात्र में देवी मंदिरों में दीप जलाने पर विशेष फल मिलता है। संध्या समय महिलाओं एवं युवतियों ने देवी मंदिर में घी के दीये जलाये। डा. योंगेद्र पांडेय ने बताया कि नवरात्र में देवी मंदिर में घी का दीया जलाने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है। देवी मंदिर में जाकर घी का दीया जलाने से दुर्गा सप्तशती के पाठ के बराबर फल की प्राप्ति होती है। घी का दीया किसी समय जलाया जा सकता है। इसके लिए किसी मंत्र की जरूरत नहीं है।
आज होगी माता ब्रह्माचारिणी की पूजा
नवरात्र के पहले दिन प्रतिपदा को श्रद्धालुओं ने माता के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा पूरे विधि-विधान से की। भक्तों ने आज माता के प्रथम रूप की पूजा कर यश, धन की कामना की। प्रथम रूप शैलपुत्री को गोघृत का भोग लगाया गया। शैलपुत्री को गोघृत का भोग लगाने से रोगों से मुक्ति मिलती है। नवरात्र के दूसरे दिन द्वितीया को (बुधवार) को माता के दूसरे रूप ब्रह्माचारिणी की पूजा होगी। माता ब्रह्माचारिणी को शक्कर का भोग लगाया जाता है। माता ब्रह्माचारिणी को शक्कर का भोग लगाने से लोग दीर्घायु होते हैं।
शहर में चहल- पहल बढ़ी
दुर्गा पूजा शुरू होते ही शहर में भीड़भाड़ के साथ चहलपहल बढ़ गयी है। चारों तरफ दुर्गा पूजा से संबंधित सामग्री बिक रही है। शहर में पूजा सामग्री की कई अस्थायी दुकानें भी सज गयी हैं। नगरपालिका चौक, साहेबगंज, मौना चौक, भगवान बाजार, हथुआ मार्केट, गांधी चौक, कटरा दौलतगंज, गुदरी बाजार सहित अन्य चौक- चौराहों पर पूजन सामग्री की दुकानें लगी है। यहां अभी से मेला का स्वरूप ले रहा है।
शहर में बन रहे गगनचुंबी पंडाल
शहर में नवरात्र को लेकर गगनचुंबी पंडाल बन रहे हैं। नगरपालिका चौक पर 45 फीट ऊंचा पंडाल बन रहा है। इसके अलावा सलेमपुर चौक, गांधी चौक, तेलपा स्टैंड, नेहरू चौक, श्याम चौक, गुदरी बाजार में गगनचुंबी पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। यहां के पंडाल में बांस का कार्य पूरा हो गया है। कारीगर पंडाल में कपड़ा लगाने का कार्य शुरू कर दिये हैं जो देखने में आकर्षक लग रहा है। इसके अलावा शहर के लाह बाजार, मौना बानगंज, पुरानी गुड़हट्टी, दहियांवा मुहल्ला, मौना मुहल्ला, सोनारपट्टी चौक, कटहरी बाग रोड, सरकारी बाजार सहित कई मुहल्लों में आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं।