जीवन में किसी का अहित नहीं करना चाहिए : कुलपति
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह की सेवानिवृत्ति पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, छपरा : जीवन में किसी का अहित नहीं करना चाहिए। सकारात्मक सोच से ही सफलता मिलती है। इसलिए अपनी सोच सकारात्मक रखें। असहयोगियों के लिए भी मन में हमेशा स्नेह और सम्मान का भाव रखने से कभी निराशा नहीं होती। ये बातें जयप्रकाश विवि के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह ने शुक्रवार को सेवानिवृत्ति पर विवि परिवार की ओर से आयोजित भावांजलि कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में जेपीयू को व्यापक स्वरूप देने का प्रयास किया। हालांकि बहुत अधिक सफलता तो नहीं मिली लेकिन वह आकार लेने की दिशा में आगे बढ़ गया है। यहां मुझे प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारी समेत एवं सम्मानित लोगों का सहयोग मिला। मैं उन्हें बधाई देता हूं। मैने विश्वविद्यालय के लंबित कई कार्य को पूरी ईमानदारी के साथ पूरा किया। जिसमें विद्यार्थियों की कई सत्रों की परीक्षा से लेकर शिक्षकों का वषों से लंबित प्रमोशन को दिया गया। इस दौरान मैने कई उतार - चढ़ाव भी देखे। कार्यक्रम में कुलपति कई बार भावुक भी हो उठे। कुलपति ने कहा कि उन्होंने इस विवि के किसी भी प्राचार्य, शिक्षक एवं कर्मचारियों का अहित कागज पर नहीं किया है। इस दौरान कई प्राध्यापक इतने भावुक हो गये कि वे कुलपति को पकड़े रोने लगे। विवि अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारी डॉ. धर्मेद्र कुमार सिंह एवं हरिमोहन कुमार पिटू ने कुलपति को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
संचालन पीजी अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. अजीत कुमार तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव श्रीकृष्ण ने किया। इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो. अशोक कुमार झा, डॉ. राकेश प्रसाद, डॉ. लक्ष्मण सिंह, डॉ नबी अहमद, डॉ. शंकर साह, डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. पूनम सिंह डॉ. आशा रानी, डॉ. सिद्धार्थ शंकर सिंह, डॉ. अजय कुमार, डॉ. अनमोल कुमार ठाकुर, डॉ. सोलानी सिंह, डॉ. सनिग्धा, डॉ. संगीता कुमारी, जयप्रकाश विश्वविद्यालय छात्र संघ के निवर्त्तमान अध्यक्ष रजनीकांत सिंह, समेत अन्य शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद थे।