अस्पतालों में प्रतिदिन 60 सर्जरी करें चिकित्सक : डीएम
सदर अस्पताल समेत जिले के सभी अस्पतालों में प्रतिदिन कम से कम 60 सर्जरी करने का निर्देश डीएम ने दिए।
छपरा : सदर अस्पताल समेत जिले के सभी अस्पतालों में प्रतिदिन कम से कम 60 सर्जरी करने एवं अस्पताल में सीसीटीवी कैमरा लगाने समेत दवा एवं एंम्बुलेस की सुमचित व्यवस्था करने का निर्देश जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने किया। डीएम गुरूवार को समाहरणालय सभागार में सिविल सर्जन,पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के साथ स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में निर्देश दिया कि अस्पतालों में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय की समुचित व्यवस्था रखी जाय और सभी जगह रोगी कल्याण समिति की बैठक कराकर परिसर का रंगरोगन किया जाए। पीएचसी में सभी सभी मरीजों को गर्म व ताजा खाना की व्यवस्था एजेंसी से बात कर की जाय।
पीएचसी पर निर्धारित संख्या में दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय एवं पीएचसी से दवाई संबंधित माँग पत्र मिलते हीं उसकी आपूर्ति करा दी जाय। ऐसा नही होने पर जवाबदेही निर्धारित की जाय। डीएम ने दोषी व्यक्ति को दंडित करने का आदेश दिया। डीएम ने 14 दिसंबर को सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी के जांच में अनुपस्थित पाएं गई चिकित्सक, पारा मेडिकल कर्मी पर कार्रवाई का निर्देश दिया।
सिविल सर्जन डॉ. माधेश्वर झा ने बताया कि सदर अस्पताल में सभी चिहित जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जा रहा है एवं जो कैमरे खराब हो गये थे उनको भी ठीक कराया जा रहा है। पेइंग वार्ड ठीक कराया जा रहा है। कल से डेंटल सर्जरी भी प्रारंभ हो जाएगा। अस्पताल में बिचौलियों को पकड़ने के लिए डीएम ने चार गृहरक्षी की तैनाती करने का निर्देश दिया। 23 दिसम्बर से 9 माह से पांच वर्ष के सभी बच्चों को विटामिन ए का खुराक पिलाने के लिए अभियान चलाया जाना है। इस पर डीएम ने कहा कि इसके लिए सभी आशा, आगनबाडी, सेविका-सहायिका को प्रशिक्षित कर माइक्रो प्लान बना लें। ताकि कोई बच्चा इस अभियान में छूटें नहीं।
इनसेट
मशरक व अमनौर के एमओआईसी के विरुद्ध प्रपत्र 'क' गठित होगा :
सोनपुर, मशरक, अमनौर, दिघवारा एवं मढ़ौरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के कार्यों के प्रति जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की गयी तथा अमनौर और मशरक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के विरूद्ध प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया गया। उसके साथ ही जननी बाल सुरक्षा योजना के लाभुकों को भुगतान करने, आयुष्मान भारत के तहत गोल्ड कार्ड बनाना पूर्ण आरंभ करने, रुटीन इम्यूनाइजेषन का लक्ष्य हॉसिल करने का निर्देश दिया गया।