मानव शृंखला का बहिष्कार व स्कूल बंद करने का निर्णय
मानव शृंखला के बहिष्कार का निर्णय शिक्षकों की बैठक में लिया गया।
जागरण संवाददाता, छपरा : बिहार पंचायत - नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला स्तरीय बैठक गुरूवार सलेमपुर मोहल्ले में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह ने कहा कि15 जनवरी तक नीतीश सरकार के द्वारा मांगों को पूरा नहीं किया गया है और ना इस संबंध में वार्ता ही नहीं की गई है। इसलिए शिक्षक अब पूरे बिहार के सभी जिलों में 19 जनवरी को मानव श्रृंखला का बहिष्कार किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 8 जनवरी 20 20 को उच्च न्यायालय पटना में जनहित याचिका दायर करने के बाद 19 जनवरी यानी रविवार के दिन विद्यालय खोलकर शिक्षक एवं छात्र को जबरन लाइन में खड़ा करने वाला बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव के तुगलकी आदेश को वापस लेना पड़ा है ;इसलिए अब कोई भी शिक्षक मानव श्रृंखला में भाग नहीं लेंगे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रविद्र कुमार सिंह एवं संचालन जिला संयोजक रामानुज सिंह ने किया।
बैठक में प्रदेश सचिव बिपिन बिहारी भारती, संतोष सुधाकार, जिला महासचिव संजीव कुमार, सचिव सुनील कुमार सिंह, सचिव, पिटू रंजन,अरविद कुमार सिंह, निरंजन सिंह, हरि कुमार मिश्रा, राजन पासवान, राम सुमेर सिंह, आतंक पासवान, नीरज सिंह, अंजनी कुमार, ओमप्रकाश सिंह, सुमन सिंह, अशोक सिंह आदि मौजूद थे। इनसेट :
मानव श्रृंखला में जबरन छात्र, शिक्षक व कर्मियों को नहीं किया जाएगा शामिल
जासं, छपरा : जल जीवन - हरियाली व अन्य सामाजिक मुद्दों पर जबरन छात्र, शिक्षक व कर्मचारियों को शामिल नहीं किया जाएगा। जो छात्र व शिक्षक मानव श्रृंखला में शामिल नहीं होना चाहते है। उन्हें बाधा नहीं किया जाएगा न ही उनपर पर कोई दंडात्मक कार्रवाई ही की जाएगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर. के महाजान ने आयुक्त, डीएम, एसपी व डीईओ को पत्र भेजा है। जिसमें स्पष्ट कहां गया है किसी भी सरकारी व संविदा के कर्मियों को जबरन मानव श्रृंखला में शामिल नहीं किया जाए। इतना ही नहीं मानव श्रृंखला में शामिल होने वाले छात्रों को घर पहुंचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था। श्रृंखला के दौरान यातायात व्यवस्था ठीक करने से लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने को कहा गया है। इसबीच जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने पत्र जारी करके जिले के सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि वे मानव श्रृंखला में शामिल होने वाले बच्चों को सुरक्षित रूप से घर पहुंचाने की जिम्मेवारी एचएम को दिया है। उसके साथ ही इस दिन स्कूल में विशेष रूप से एमडीएम बनाने को कहा गया है।