बाढ़ में क्षतिग्रस्त नहर की अब तक नहीं हुई मरम्मत, ग्रामीण भयभीत
सारण। गत वर्ष तरैया में आई प्रलयंकारी बाढ़ ने क्षेत्रवासियों की कमर तोड़कर रख दी है। लोग बाढ़ के द्वा
सारण। गत वर्ष तरैया में आई प्रलयंकारी बाढ़ ने क्षेत्रवासियों की कमर तोड़कर रख दी है। लोग बाढ़ के द्वारा छोड़े गए भयंकर तस्वीर से अभी तक संभले नहीं हैं। वहीं बाढ़ में क्षतिग्रस्त नहर बांध अबतक ठीक नहीं कराए जाने पर लोग ¨चतित हैं। तरैया प्रखंड के पोखरेड़ा पंचायत में पोखरेड़ा एमबीसी से निकलकर चकिया तक जानेवाली चकिया माइनर नहर पर पीपरा में तीन आरडी पर बाढ़ के समय में पानी के तेज कटाव के कारण तालाब जैसा गड्ढा हो गया था जिसे सारण नहर प्रमण्डल गण्डक योजना मढ़ौरा द्वारा अभी तक मरम्मत नही कराया गया है।
इस नहर के बांध का प्रयोग सर्विस रोड कि तरह होने के कारण इससे प्रभावित लौवां, चकियां, सिरमी एवं आधे भाग पिपरा निवासियों को सवारी साधन के साथ लगभग तीन किलोमीटर घूमकर पोखरेड़ा बाजार आना पड़ता है। हालांकि
इस संबंध में भाजपा के तरैया मंडल मीडिया प्रभारी शत्रुघ्न नारायण ¨सह द्वारा पूर्व में इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दी गई है लेकिन अभी तक विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। श्री ¨सह ने बताया की अगर बरसात आने के पहले इस नहर का मरम्मत नही किया गया तो बरसात में उक्त चार गांवों के लोगों को पैदल चलने का रास्ता भी नहीं बचेगा एवं काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। लोग इस नहर बांध को शीघ्र ठीक करने की मांग की है।