घर आ जा परदेसी, तुझको मुखिया-सरपंच बुलाए रे..
संसू दिघवारा घर आजा परदेसी तुझको मुखिया-सरपंच बुलाए रे..। भइया हो अबकी बार इहां एक
संसू, दिघवारा: घर आजा परदेसी, तुझको मुखिया-सरपंच बुलाए रे..। भइया हो अबकी बार इहां एक-एक वोट के सवाल बा। बोगस वोट रोकेला चुनाव आयोग बायोमीट्रिक सिस्टम लगावे के कहले बा। प्रतिष्ठा दांव पर लागल बा। अबकी बार जरूर आजा। टिकट व खर्चा-पानी के चिता नइखे करेके। सब खर्चा हमार रही। कुछ इसी अंदाज में परदेस में रहने वाले मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं प्रत्याशी।
एक-एक वोट को कीमती बताकर विभिन्न पदों के अभ्यर्थी परदेसी मतदाताओं को आमंत्रित करने में लगे हैं। यही नहीं दशहरा, दिवाली व छठ महापर्व तथा शादी जैसे उत्सवी माहौल को लेकर बाहर से आने-जाने में परेशानी बताने वाले वोटरों को नहीं घबराने की सांत्वना भी दी जा रही है। दरअसल, पंचायत चुनाव में मुखिया, वार्ड और बीडीसी के साथ ही अब सरपंच जैसे पद को लेकर कोई भी अभ्यर्थी जोखिम लेना पसंद नहीं कर रहा है। मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सारे हथकंडे अपनाए जा रहे है। ऐसे ही हथकंडा परदेसी वोटरों को गांव वापस बुलाने को आजमाया जा रहा है। संभावित उम्मीदवार उन घरों में दो तीन चक्कर दिन में लगा ही लेते है जिनके परिवार के ज्यादातर लोग रोजी रोजगार के लिए परदेस गए हुए है। कारण कि पिछले कई चुनावों में परदेसियों के रूप में वोट रहते हुए भी बहुत कम मतों के अंतराल में हार का मुंह देखना पड़ा है। इस बार प्रत्याशी पूरी सावधानी बरत रहे हैं। बाहर से परदेसियों को बुलाने के लिए प्रत्याशियों द्वारा ट्रेन के टिकट की अग्रिम बुकिग कराकर इंटरनेट के जरिए भेजने की प्रक्रिया भी जोरों पर है। वहीं कोई बस से तो कोई प्राइवेट वाहनों से भी परदेसी वोटरों को बुलाने के लिए उनके घर वालों को मनाने में लगे हैं।
प्रति टिकट डेढ़ से दो हजार तक किए जा रहे खर्च
सूत्रों की मानें तो दिल्ली, मुंबई, भोपाल, रायपुर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हरियाणा, सूरत, जयपुर व कोलकाता जैसे शहरों से बुलाने के लिए प्रति वोटर टिकट के रूप में दलालों के जरिए डेढ़ से दो हजार तक खर्च किए जा रहे हैं। दशहरा, दिवाली व छठ महापर्व के बाद शादी-विवाह को लेकर जिनका आना तय हुआ है उन्हें पहले बुलाने या फिर चुनाव तक रोकने के लिए भी टिकट कैंसिल कराने की प्रक्रिया जारी है।
दिघवारा में छठे चरण के तहत तीन नवंबर को होनी है वोटिंग
दिघवारा प्रखंड की दस पंचायतों के लिए छठे चरण में चुनाव होगा। सूचना का प्रकाशन 4 अक्टूबर, नामांकन प्रारंभ होने की तिथि 5 अक्टूबर, अंतिम तिथि 11 अक्टूबर, नामांकन पत्रों की संविक्षा की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर, नामांकन वापसी की तिथि 18 अक्टूबर, चुनाव चिह्न मिलने की तिथि 18 अक्टूबर निर्धारित है। मतदान की तिथि तीन नवंबर और 13-14 नवंबर के बीच प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। ------------------
अपील
- एक-एक वोट को कीमती बताकर विभिन्न पदों के अभ्यर्थी परदेसी मतदाताओं को जुटे आमंत्रित करने में