स्कूलों में बच्चे समझेंगे शारीरिक व मानसिक बदलाव
स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों (10-19 वर्ष आयु के) को शारीरिक व मानसिक बदलाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए किशोर मित्रता क्लब का गठन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, छपरा : स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों (10-19 वर्ष आयु के) को शारीरिक व मानसिक बदलाव की पूरी जानकारी दी जाएगी। उनके पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, पदार्थो के दुरुपयोग, लिग आधारित हिसा व गैर संचारी रोग के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इसके लिए प्रारंभिक स्कूल से लेकर हाई स्कूलों में किशोर स्वास्थ्य योजना के तहत कार्यक्रम चलाया जाएगा। किशोर मित्रता क्लब का भी गठन किया जाएगा।
बच्चों को कुपोषण व एनीमिया से मुक्त करने के लिए साप्ताहिक आयरन व फोलिक एसिड की गोली खिलाई जाएगी। कक्षा एक से पांच के बच्चों को आयरन की गुलाबी व कक्षा छह से 12 तक के किशोर-किशोरियों को आयरन की नीली गोलियां खिलाई जाएंगी। किशोर स्वास्थ्य योजना के तहत मासिक स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं को बताया जाएगा। किशोरियों को अस्वच्छ व पारंपरिक तौर तरीकों के स्थान पर सैनिटरी नैपकिन के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उसके लिए महिला चिकित्सक स्कूलों में छात्राओं को जानकारी देंगी। समय के साथ हो रहे शारीरिक बदलाव से बच्चों के मनोवैज्ञानिक स्थिति तथा व्यवहार में बदलाव आता है। इससे उनके अंदर भटकाव आता है। शारीरिक व मानसिक बदलाव से बच्चों में भटकाव न आए, यह भी उन्हें स्कूल में बताया जाएगा। उसके लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। उसके साथ ही किशोरों के स्वास्थ्य स्थिति में सुधार लाना तथा उनके शारीरिक विकास के संबंध में बताया जाएगा। इनमें किशोरों की यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करना, पोषण संबंधित जरूरतों को पूरा करना, उनका बौद्धिक विकास, घरेलू एवं लिग आधारित हिसा से रोकथाम, नवावृति से रोकथाम तथा गैर संचारी रोग व एनीमिया से रोकथाम शामिल है। --------------
किशोर मित्रता क्लब से छात्र होंगे जागरूक
जासं, छपरा :स्कूलों में पढ़ने वाले किशोरों को किशोरावस्था की समस्याओं से निजात किशोर मित्रता क्लब से दिया जाएगा। स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर किशोर मित्रता क्लब का गठन होगा। इसकी निगरानी शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के चिकित्साधिकारी संयुक्त रूप से करेंगे। किशोर मित्रता क्लब में 25 सदस्य होंगे। उसमें शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, शिक्षक, चिकित्सक, मनोचिकित्सक, नर्स एवं स्वास्थ्य कर्मी शामिल होंगे। उनके माध्यम से गांव में 10-19 वर्ष के किशोर-किशोरियों का समूह बनाया जाएगा। इस समूह को किशोर मित्रता क्लब के सदस्य समय-समय पर उनके बेहतर पोषण, यौन व प्रजनन, की जानकारी, नशा मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी देंगे। क्लब के माध्यम से किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य जांच, खून की जांच व कुपोषण की जांच की जाएगी। -------------
किशोर स्वास्थ्य योजना के तहत जिले में कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं बीईओ को दिया गया है। इसके तहत आरयन व फोलिक एसिड की गोली भी खिलाई जा रही है।
अजीत कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, छपरा, सारण।