भाई की लंबी उम्र को ले बहने आज करेंगी भैया दूज
सारण। कार्तिक शुल्क पक्ष द्वितीया को बहनें भाई की लंबी उम्र की कामना को लेकर भैया दूज करत
सारण। कार्तिक शुल्क पक्ष द्वितीया को बहनें भाई की लंबी उम्र की कामना को लेकर भैया दूज करती है। जिसे आम बोल चाल के भाषा में गोधन कहा जाता है। हिन्दू धर्म में भाई -बहन के स्नेह व सौहार्द का प्रतीक यह पर्व दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। यह दिन यम द्वितीया भी कहलाता है। इसलिए इस पर्व पर यम देवता की पूजा भी की जाती है। एक मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देव की उपासना करता है इसे असामयिक मृत्यु का भय नहीं रहता है। भैजा दूज को महिलाएं गाय के गोबर से गोधन बनाकर इसकी पूजा अर्चना करती है। भैयादूज के दिन महिलाएं पहले भाई को मरने का श्राप देती है फिर गोधन की पूजा पूरे विधि विधान से कर अपने जीभ में रेंगनी के कांट को लगाकर अपने भाई के लंबी उम्र की कामना कहती है। मान्यता है कि ऐसा करने से भाई की लंबी उम्र और घर अन्य -धन्य से भर जाता है। माना जाता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में अगर भाई और बहन साथ में जमुना नदी में स्नान करें तो भाई और बहन का हमेशा का रिश्ता बना रहता है और भाई की उम्र बढ़ती है। यमुना तट पर भाई -बहन का भोजन करना शुभ माना जाता है। भैया दूज पर बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाकार उनके लंबे उम्र और सुखी जीवन की प्रार्थना करती है और भाई अपनी बहनों को उपहार प्रदान करते है। पंडित अनीत शुक्ल ने बताया कि भैया दूज का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 25मिनट से 09 बजकर 15 मिनट तक व दोपहर से पहले 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 06 मिनट तक, दोपहर बाद 2 बजकर 57 मिनट से शाम 5 बजकर 47 मिनट तक एवं शाम 7 बजकर 22 मिनट से 12 बजकर 6 मिनट तक है।