Move to Jagran APP

Amazing: बच्चों की तरह इसकी बात मानता है कोबरा, जहरीले सांपों के साथ खेलता है ये शख्स, देखें Video

बिहार के छपरा जिले के एक युवक को जहरीले सांप के साथ खेलता देखकर आप भी रोमांचित हो उठेंगे। इस युवक का नाम महाकाल है और इसकी बात कोबरा भी मानता है। देखें वीडियो...

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 04:24 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 01:37 PM (IST)
Amazing: बच्चों की तरह इसकी बात मानता है कोबरा, जहरीले सांपों के साथ खेलता है ये शख्स, देखें Video
Amazing: बच्चों की तरह इसकी बात मानता है कोबरा, जहरीले सांपों के साथ खेलता है ये शख्स, देखें Video

सारण [बिपिन कुमार मिश्रा]। जिस विषधर सांप का नाम सुनते ही लोग डर के मारे सहम जाते हैं, उसे देखते ही मौत नजर आती है और चीख पुकार मच जाती है। उन विषधर सांपों को अपने बच्चों की तरह नहलाते, पुचकारते एवं उनके साथ बच्चों की तरह खेलता हुआ संतोष को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं।

loksabha election banner

मढौरा प्रखंड के रामपुर पंचायत के दामोदरपुर गांव निवासी 35 वर्षीय संतोष प्रसाद का सांपो से ऐसा नाता जुड़ा कि लोग उन्हें महाकाल के नाम से पुकारने लगे। बचपन से ही सांपो से खेलना, उनके साथ रहना उनकी दिनचर्या में शामिल रहा। आसपास के गांव में कहीं भी विषैला सांप निकलता है, तो उसे मारने के बजाय लोग महाकाल को फोन करते है। खबर मिलते ही महाकाल उक्त स्थान पर पहुंच सांप को प्रणाम कर उसे पकड़ लेता है।

वह पकड़े हुए सांपो से बड़ी हमदर्दी और सम्मानजनक तरीके से पेश आता है। पहले वह सांप को नहलाता है, फिर घर लाकर उसे बच्चों की तरह दूध पिलाता है। फिर अपने घर में उन्हें रहने की जगह देता है। एक दो दिन वो सांप उसके घर मे रहते हैं, फिर कहीं चले जाते है।

पुणे में पुराने बंगले से निकाला था सांप, मालिक ने गिफ्ट की बाईक

दैनिक जागरण प्रतिनिधि को संतोष प्रसाद ने बताया कि वह गाड़ी चलाता था, कुछ वर्ष पहले गांव को छोड़कर अन्य प्रदेशों में जाकर राजमिस्त्री का काम भी किया है। लेकिन काम के दौरान भी सांपो से उसका खास लगाव रहा। उसने बताया कि जब वह महाराष्ट्र के पुणे स्थित नारायण गांव में रहता था, तब एक पुराने बंगले में विशाल सांप होने की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी आये थे, लेकिन सांप उनके हाथ नहीं आया।

तब वहां के लोगो ने संतोष उर्फ महाकाल को बुलाया । संतोष वहां पहुंचा औरसांप को पकड़ अपने घर ले आया। यह देखकर उस बंगले के मालिक ने संतोष को बाईक गिफ्ट किया था। वह अपने गांव लौट आया और गांव में संतोष की एक चाय की दुकान है और वह आज भी राजमिस्त्री का काम करता है। 

सांपो को किस प्रकार से पकड़ता है

आखिर वह भयानक विषधर सर्प को कैसे पकड़ लेता है?  इसके जवाब में उसने बताया कि हम महाकाल के भक्त है, और हमने अपने दरवाजे पर छोटा-सा मंदिर बनवाया है। जिसमें उनकी पूजा करते है। उसका दावा है कि सांप उनसे मिलने आते हैं। हर त्योहार में सांप उसके घर आते हैं, जिसकी सत्यता उसके मोबाइल में ली हुई तस्वीर साबित करती है। 

संतोष की बात मानते हैं सांप

सांप को संतोष की बात मानते हुए देख कर लोग हैरान होते हैं। कुर्सी पर जाकर शांति से बैठने, साथ चलने , दूध पीने से लेकर संतोष की हर बात सांप मान लेते हैं। संतोष के अनुसार वह सांपो में महाकाल का दर्शन करता है।  

रक्षाबंधन में बेटी से बंधवायी राखी

संतोष प्रसाद ने सांप का फोटो दिखाते हुए बताया कि एक वर्ष पहले जब वे महाराष्ट्र में थे तब उन्होंने सांप को बुलाकर अपने बेटी पुतुल कुमारी से रक्षा बंधन के मौके पर राखी बंधवायी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.