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पहचान पत्र के बिना खानाबदोश, साधुओं व कैदियों को लगेगा कोरोना का टीका

अब साधु-संतों जेल के बंदी भिखारी पुनर्वास केंद्रों में रहने वाले लोग बुजुर्गों और खानबदोश लोगों को बिना पहचान पत्र के ही कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। इन लोगों का टीकाकरण केवल सरकारी केंद्रों पर ही होगा। केंद्र सरकार ने फोटो पहचान पत्र के बिना टीकाकरण के लिए लोगों के कई समूहों की पहचान की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 12:08 AM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 12:08 AM (IST)
पहचान पत्र के बिना खानाबदोश, साधुओं व कैदियों को लगेगा कोरोना का टीका
पहचान पत्र के बिना खानाबदोश, साधुओं व कैदियों को लगेगा कोरोना का टीका

समस्तीपुर । अब साधु-संतों, जेल के बंदी, भिखारी, पुनर्वास केंद्रों में रहने वाले लोग, बुजुर्गों और खानबदोश लोगों को बिना पहचान पत्र के ही कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। इन लोगों का टीकाकरण केवल सरकारी केंद्रों पर ही होगा। केंद्र सरकार ने फोटो पहचान पत्र के बिना टीकाकरण के लिए लोगों के कई समूहों की पहचान की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी किया हैं। इसके मुताबिक ऐसे लोगों को कोविन एप में पंजीकृत किया जाएगा और उनके टीकाकरण के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन लोगों की पहचान करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

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गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेशन कराने के लिए आधार कार्ड, वोटर आइडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविग लाइसेंस, पैन कार्ड या पेंशन पेपर में से किसी एक पहचान पत्र का होना जरूरी है लेकिन अगर किसी के पास यह पहचान पत्र नहीं हैं तो उन्हें वैक्सीनेशन से वंचित नहीं रखा जा सकता। इसी के मद्देजनर मंत्रालय ने ऐसे लोगों का टीकाकरण कराने के लिए गाइडलाइन जारी की है। मोबाइल नंबर व पहचान पत्र की नहीं होगी अनिवार्यता

ऐसे लोगों को ढूंढने का काम जिले की टास्क फोर्स टीम करेगी। अल्पसंख्यक विभाग, सामाजिक न्याय विभाग व समाज कल्याण विभाग के सहयोग से ऐसे लोगों की पहचान होगी। इन लोगों का कोविन ऐप में पंजीकरण कराया जाएगा। जिसमें लाभार्थी का नाम, जन्म का साल और लिग दर्ज कराया जाएगा। इनके लिए मोबाइल नंबर और पहचान पत्र की अनिवार्यता नहीं होगी। इसका सत्यापन फैसिलिटेटर करेंगे जिसके बाद इन लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। डाटा तैयार होने के बाद लगेगा टीकाकरण सत्र

कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार को खत्म करने के लिए टीकाकरण अभियान तेजी से जारी है। गाइडलाइन के मुताबिक जिले की टास्क फोर्स जिला स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगी। जो अलग-अलग समूह के लोगों की पहचान के लिए फैसीलिटेटर नियुक्त करेगा। यह फैसीलिटेटर लाभार्थियों की पहचान करेगा। नोडल अधिकारी उपलब्ध डाटा के मुताबिक इन लोगों के लिए विशेष वैक्सीनेशन सत्र का आयोजन कराएंगे। टीकाकरण को लेकर केंद्रों पर पहुंच रहे लोग

जिले में कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार अब तेज होती दिखाई दे रही है। शुक्रवार को टीकाकरण का काम जिले के संभी प्रखंडों पर किया गया। निर्धारित केंद्रों पर टीका लेने वालों की भीड़ बढ़ने लगी है। हेल्थ केयर वर्कर एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स के अलावा काफी संख्या में बुजुर्गों ने भी वैक्सीन ली। शहरी क्षेत्र में नगर भवन में टीकाकरण का कार्य सांचालित किया गया। इसके अलावा समस्तीपुर प्रखंड में भी अलग-अलग स्थानों पर टीकाकरण किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रवि कुमार गुप्ता के निर्देश पर स्वास्थ्य प्रशिक्षक राजीव रंजन की देखरेख में टीकाकरण किया गया। समस्तीपुर शहरी क्षेत्र में 16 हेल्थ वर्कर, 21 फ्रंट लाइन वर्कर, 45 से 59 वर्ष तक में 98 ने पहली व 35 लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों में 28 ने पहली व 42 ने दूसरी डोज की वैक्सीन ली। समस्तीपुर प्रखंड अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 4 स्वास्थ्य कर्मी, 21 फ्रंटलाइन वर्कर, 45 से 59 वर्ष में 35 ने पहली व 24 ने दूसरी और 60 वर्ष से अधिक उम्र के 8 ने पहली व 28 ने दूसरी डोज की वैक्सीन ली।


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