प्रशिक्षण में बताए गए उपचार के तरीके का करें इस्तेमाल
हसनपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में प्रखंड के 111 ग्रामीण चिकित्सकों की चार महीने से चल रहा प्रशिक्षण रविवार को संपन्न हो गया।
समस्तीपुर। हसनपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में प्रखंड के 111 ग्रामीण चिकित्सकों की चार महीने से चल रहा प्रशिक्षण रविवार को संपन्न हो गया। बताया गया है कि ग्रामीण चिकित्सक सेवा समिति सह ग्रामीण चिकित्सक सेवा स्वास्थ्य समिति के प्रखंड अध्यक्ष डॉ. एम एम झा की अध्यक्षता में आयोजित समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ.जे पी ¨भदवार एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विमल राय ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सक को भगवान का रूप माना जाता है। इसकी गरिमा बचाने के लिए इस पेशा को व्यवसायीकरण करने से परहेज करना होगा। उन्होंने कहा कि सुदूर देहात में अगर कोई बीमार होते हैं तो उनका फर्स्ट एड ग्रामीण चिकित्सक ही करते हैं। उनकी जान को बचाते हैं। उस व्यक्ति के लिए ग्रामीण चिकित्सक ही भगवान होते हैं। इसी तरह प्रखंड विकास पदाधिकारी दुनियालाल यादव ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सक अब सरकार के अंग बन गए हैं। सिर्फ जरूरत है प्रशिक्षण में बताए गए इलाज के तरीके का सही इस्तेमाल करने की। उन्होंने कहा कि जब तक मरीजों का इलाज सेवा भाव से नहीं किया जाएगा। तब तक ग्रामीण चिकित्सकों का कार्य क्षेत्र का विस्तार नहीं हो सकेगा। जबकि प्रशिक्षक डॉ.संजय झुनझुनवाला और डॉ अर¨वद कुमार ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि प्रशिक्षण के दौरान इलाज के बताए गए टिप्स का का इस्तेमाल करें। बिहार सरकार द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षा में ग्रामीण चिकित्सक उत्तीर्ण होंगे। उन्होंने ग्रामीण चिकित्सकों से पुरुष नसबंदी कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सहयोग करने की अपील की। वहीं थानाध्यक्ष महादेव कामत ने उपस्थित ग्रामीण चिकित्सकों से कहा कि ग्रामीण चिकित्सक के सहयोग के बिना चिकित्सीय कार्य संभव नहीं है। एनआईओएस एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया। मौके पर डॉ. अशोक कुमार ¨सह, डॉ. राजकुमार राकेश, डॉ. केदार प्रसाद,डॉ. राजकुमार राय, डॉ. जय प्रकाश राय,डॉ. मनीष कुमार, डॉ. विजय कुमार महतो आदि मौजूद थे।
संपादन : विनोद कुमार गिरि