कंटेनमेंट जोन से मुक्त हुआ विवि, फिर नहीं खुल रहा मुख्य द्वार
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में बीते 31 मार्च को कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक इजाफा होने के बाद विवि परिसर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था। संख्या कम होने के बाद इस परिसर को 15 मई से कंटेनमेंट जोन की श्रेणी से हटा दिया गया। इसके बाद विवि के मुख्य द्वार को खोला जा सकता था लेकिन यह अभी तक बंद है। विवि का मुख्य द्वार बंद रहने से लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
समस्तीपुर । डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में बीते 31 मार्च को कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक इजाफा होने के बाद विवि परिसर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था। संख्या कम होने के बाद इस परिसर को 15 मई से कंटेनमेंट जोन की श्रेणी से हटा दिया गया। इसके बाद विवि के मुख्य द्वार को खोला जा सकता था, लेकिन यह अभी तक बंद है। विवि का मुख्य द्वार बंद रहने से लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अनुमंडलीय अस्पताल पूसा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रखंड मुख्यालय, थाना आदि स्थलों पर जाने का यह मुख्य मार्ग है। इसके बंद रहने से लोगों में विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति नाराजगी है। एंबुलेंस या किसी प्रकार की दुर्घटना के बाद लोगों को 2-3 किमी घूम कर दूसरे रास्ते से अस्पताल जाना पड़ता है। यदि दुर्घटना में गंभीर रूप से कोई व्यक्ति घायल है तो उसे अस्पताल पहुंचने में अत्यधिक समय लगता है। इससे घायल व्यक्ति के लिए खतरा बना रहता है। यही समस्या अस्पताल जाने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ है। उन्हें भी घूम कर अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। इन परेशानियों की अनदेखी कर विश्वविद्यालय आज भी मुख्य द्वार खोलने को तैयार नहीं है। भाकपा माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि जब विवि के कुलपति द्वारा यह कहा जा चुका है कि विश्वविद्यालय परिसर पूर्णता कोरोना से मुक्त हो गया है, ऐसे में लोगों की समस्याओं को दूर करना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता होनी चाहिए ,ना कि उनकी परेशानी बढ़ाना। माले नेता ने शीघ्र विश्वविद्यालय प्रशासन से मुख्य द्वार खोलने की मांग की है।