छोटे-बड़े ऐतिहासिक स्थलों को बनाया जाएगा पर्यटक स्थल
समस्तीपुर। देश के विभिन्न राज्यों की तुलना में बिहार को भी पर्यटन क्षेत्र में विकसित करने का प्रयास
समस्तीपुर। देश के विभिन्न राज्यों की तुलना में बिहार को भी पर्यटन क्षेत्र में विकसित करने का प्रयास जारी है। प्रदेश के छोटे-बड़े ऐतिहासिक स्थलों को सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। सर्किटों को जोड़कर एक नया रोड मैप तैयार होगा। इसके माध्यम से पर्यटक स्थल को विकसित कर इंफ्रास्ट्रक्चर, आवागमन की व्यवस्था को सुसज्जित करने का काम किया जाएगा। उक्त बातें राज्य सरकार के पर्यटक मंत्री प्रमोद कुमार ने कही। वे बुधवार को परिसदन में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में बिहार सर्वधर्म समभाव का केन्द्र ¨बदु है। यहां पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जहां एक ओर सिख धर्म के लोग गुरु गो¨वद ¨सह के दर्शन करते हैं। वहीं दूसरी ओर सूफी धर्म के लोग मनेरशरीफ तथा बौद्ध धर्म के लोग बोध गया स्थित भगवान बुद्ध के दर्शन करते हैं। गया मोक्ष की भूमि है, जहां काफी संख्या में देश विदेश के लोग आते हैं। ऐसे तमाम छोटे बड़े स्थलों को सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि देश में विभिन्न राज्यों के पर्यटक सुविधा की श्रेणी में बिहार पांचवे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है 48 साल बनाम 48 महीना। मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में गरीब, असहाय, रौशनी, स्वास्थ्य समेत विभिन्न क्षेत्र में 70 से अधिक योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। इससे काफी संख्या में लोगों को लाभ मिला है। इसको लेकर पार्टी द्वारा जनसंपर्क अभियान के माध्यम से सरकार के काम, योजनाएं और उपलब्धियों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक ही परिवार के लोगों ने 48 साल देश पर राज किया है। पर्यटक मंत्री मंगलवार को करियन में पाल वंश के एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए समस्तीपुर आए थे। कार्यकर्ताओं मिथिला परंपरा के अनुसार पाग, चादर माला से उनका स्वागत किया। मौके पर प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष रामसुमरण ¨सह, शैलेन्द्र ¨सह, शशिकांत झा चुनचुन, रौशन यादव, नीरज भारद्वाज, प्रवीण कुमार ¨सह, करोड़ों रुपये के लागत से जिले के तीन पर्यटक स्थलों का होगा विकास
पर्यटक विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से तीन पर्यटक स्थल का विकास होगा। पर्यटक मंत्री प्रमोद कुमार ने बताया कि विद्यापति धाम शिवगंगा धाम में लगभग 215 लाख 14 हजार की लागत से विकास और सौंदर्यीकरण का काम काफी लंबे समय से चल रहा है। इसमें यात्री निवास, तालाब की खोदाई समेत कई काम पूर्ण हो गए। बाकी का अवशेष काम 2 करोड़ 28 लाख की लागत से प्रगति पर है। मोरवा प्रखंड के बाबा केवल स्थान के विकास हेतु 3 करोड़ 61 लाख की योजना तैयार की गई है। खुदनेश्वर धाम, मोरवा पोखर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए 3 करोड़ 6 लाख की योजना तैयार की गई है। इस वित्तीय वर्ष में पर्यटन विभाग की उपलब्धियों को बताया।