मगरदही घाट में लोहा व रेल पुल को छू रही बूढ़ी गंडक की धारा
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के लाल निशान से 2.57 मीटर उपर बह रही है। साथ ही जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। तटबंध पर पानी का अधिक दबाव पड़ने लगा है। इसके कारण लोग बाढ़ की आशंका से घिरे हैं।
समस्तीपुर । समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के लाल निशान से 2.57 मीटर उपर बह रही है। साथ ही जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। तटबंध पर पानी का अधिक दबाव पड़ने लगा है। इसके कारण लोग बाढ़ की आशंका से घिरे हैं। गुरुवार को बूढ़ी गंडक नदी समस्तीपुर दरभंगा रेलवे पुल के निकट खतरे के निशान से 2.57 मीटर ऊपर पहुंच गई। मगरदही घाट के निकट बने पुराने ब्रिज और समस्तीपुर दरभंगा रेलवे पुल के गाटर को छू लिया है। जिला प्रशासन द्वारा दोनों ब्रिज को बांस बल्ला से सील कर आवाजाही रोक दी गई है। वहां सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया। वहीं दूसरी ओर तटबंध और स्लूस गेट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। डेंजर जोन को चिन्हित किया गया है। पानी के अधिक दबाव वाले स्थान पर सैंड बैग लगाया जा रहा है। प्रशासनिक पदाधिकारी तटबंध का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
गुरुवार सुबह बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 48.26 मीटर और शाम में 48.30 मीटर था। 12 घंटे में जलस्तर में 4 सेंमी इजाफा हुआ। वहीं पिछले 24 घंटे में 15 सेमी जलस्तर में बढोत्तरी दर्ज की गई। इसके साथ ही तेजी से जलस्तर में इजाफा हो रहा है। समस्तीपुर रेलवे पुल के निकट बूढ़ी गंडक का खतरे का लाल निशान 45.72 है। वहीं उच्चतम जलस्तर का मानक 48.73 है। यानि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.57 मीटर ऊपर और उच्चतम जलस्तर के बने मानक से 0.57 सेमी नीचे है। इस तरह अगर लगातार जलस्तर में वृद्धि होती रही तो शुक्रवार को नदी का जलस्तर उच्चतम जलस्तर के बने मानक को छू लेगी। जलस्तर लगातार हो रही वृद्धि से बाढ़ का तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ गया है। कई स्थानों पर रिसाव भी हुआ लेकिन तत्काल उसे बंद कर दिया गया। लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। तटबंध किनारे रहने वाले लोग रतजगा कर रहे हैं।