पंचतत्व में विलीन हुआ सोनू, जयलेश व सुबोध का पार्थिव शरीर
मोहिउद्दीननगर के कुरसाहा हसनपुर में शौचालय की टंकी का सेटरिग खोलने के दौरान दम घुटने से बोरबेल में हुई तीन की मौत से यहां के लोग गमगीन है। अंत्यपरीक्षण के बाद तीनों मृतक का शव उसके पैतृक घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। वहीं स्वजनों की चीख पुकार से हर आंखें नम हो गई।
समस्तीपुर । मोहिउद्दीननगर के कुरसाहा हसनपुर में शौचालय की टंकी का सेटरिग खोलने के दौरान दम घुटने से बोरबेल में हुई तीन की मौत से यहां के लोग गमगीन है। अंत्यपरीक्षण के बाद तीनों मृतक का शव उसके पैतृक घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। वहीं स्वजनों की चीख पुकार से हर आंखें नम हो गई। बताते चलें कि विद्यापितनगर के सुहानीपुर का मृतक सह गृहस्वामी जयलेषश के पार्थिव शरीर को चमथा गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं सोनू एवं सुबोध को सुलतानपुर गंगा तट पर मुखाग्नि दी गई। इससे पूर्व पोस्टमार्टम के बाद जयलेश, सोनू और सुबोध का शव उसके पैतृक घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। कोई पुत्र तो कोई अपने पति के शव से लिपटकर विलाप कर रही थी। पत्नी और मां वेसुध थी। जिसे सहजा विश्वास नहीं हो रहा था कि अब उसका तारणहार इस दुनिया में नहीं है। वहीं अंतिम दर्शन के लिए हजारों की लोगों की भीड़ उमड़ी थी। नम आंखों से पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी गई। बताते चलें कि शुक्रवार को हसनपुर गांव में एक साथ शौचालय के टंकी के अंदर दम घुटने से जयलेश, सुबोध, सोनू की मौत हो गई थी।
चार साल का आयुष ने दी पिता को मुखाग्नि
सुलतानपुर गांगा तट पर उपस्थित लोग उस वक्त अपने आंसू नहीं रोक पाए जब चार साल का नन्हा आयुष अपने पिता को आग के हवाले कर रहा था। जिसे शायद यह आभास भी नहीं हो रहा होगा कि आखिर वह अपने से पिता को विदा कर रहा है या फिर पिता के साए से जीवन भर के लिए वह खुद विदा ले रहा है। इस स्थिति को देख गंगा तट पर पहुंचे लोगों के आंखों के आंसु बह रहे थे। वहीं दूसरी ओर इसी गंगा तट पर सोनू को 15 साल के भाई मोनू ने अग्नि के हवाले किया। जबकि जयलेश को विद्यापतिनगर के चमथा घाट पर उसके सात साल के बेटे बिमलेश ने मृखाग्नि दी।
स्वजनों को सांत्वना देने आते रहे लोग
मृतक के स्वजनों को सांत्वना देने वालों का तांता शनिवार को लगा रहा। विधायक राजेश कुमार सिंह, पूर्व विधायक एज्या यादव, माकपा नेता मनोज कुमार सुनील सहित कई जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर सोनू, जयलेश व सुबोध के स्वजनों से मिलकर सांत्वना दी। वही आर्थिक मदद पहुंचाते हुए शोक संवेदना प्रकट की। सभी ने कहा कि यह घटना अत्यंत ही दुखद है।
बीडीओ और विधायक ने सौंपी सहायता राशि
पारिवारिक लाभ योजनान्तर्गत विधायक राजेश कुमार सिंह और बीडीओ ओमप्रकाश ने तीनों के घर जाकर सांत्वना देते हुए सरकारी स्तर पर बीस- बीस हजार का चेक प्रदान किया। विधायक ने कहा कि सरकारी स्तर पर जो भी लाभ देने का प्रावधान होगा, उसे हर हाल में स्वजनो को दिलाया जाएगा।
गांव में नहीं जले चुल्हे
एक साथ तीन लोगों की मौत का गम ग्रामीणों को इतना सता रहा था कि कई घंटे बाद भी यहां के लोग भूखे प्यासे रोते- विलखते रहे। वहीं किसी भी घर में चुल्हे नहीं जले। एक ही जगह संपूर्ण ग्रामीण बैठकर पहले शव आने का इंतजार करते रहे। वहीं इस दुखंद घटना की चर्चा करते रहे। दुसरी ओर मृतक के घर के अंदर से निकल रही स्वजनों की चीख पुकार सुन लोग काफी मर्माहत हो रहे थे।