नप के साथ वार्ता विफल, दोबारा हड़ताल पर गए सफाई कर्मी
लंबित आठ सूत्री मांगों को लेकर नगर परिषद दैनिक सफाई कर्मचारियों ने दुबारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दिया। बुधवार की सुबह सफाई कर्मियों ने शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। नगर परिषद कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। इस दौरान परिसर में गंदगी और कचरा फैला दिया।
समस्तीपुर । लंबित आठ सूत्री मांगों को लेकर नगर परिषद दैनिक सफाई कर्मचारियों ने दुबारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दिया। बुधवार की सुबह सफाई कर्मियों ने शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। नगर परिषद कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। इस दौरान परिसर में गंदगी और कचरा फैला दिया। नगर भवन से निकला यह मार्च मुख्य मार्ग से होते हुए नप कार्यालय के निकट आकर समाप्त हो गया। बता दें कि, आठ सूत्री मांगों को लेकर 8 सितंबर से सभी दैनिक सफाई कर्मी हड़ताल पर हैं। 12 सितंबर को स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल व सशक्त स्थाई समिति के बीच वार्ता हुई। इसमें सभी आठ सूत्री मांगों को लेकर दोनों पक्षों ने विमर्श किया और हड़ताल समाप्त करने पर सहमति बनी। लेकिन, दैनिक सफाई कर्मी इस वार्ता से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कार्य का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालिन हड़ताल जारी रखने की घोषणा की। संगठन के जिला सचिव लाल बहादुर साह ने कहा कि मांगों को लेकर कई बार सभापति व विभागीय पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया, संगठन के प्रतिनिधि व सशक्त स्थाई समिति के बीच वार्ता हुई। लेकिन, वार्ता में बनी सहमति पर अनुपालन नहीं किया गया। इसके कारण दैनिक कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं की गई तो अनिश्चिकालिन आंदोलन जारी रहेगा। इधर, दैनिक सफाई कर्मियों के हड़ताल से शहर में साफ सफाई का कार्य प्रभावित हो गया है। सभापति तारकेश्वर नाथ गुप्ता ने कहा कि दैनिक सफाई कर्मियों से वार्ता कर पुन: काम पर लौटने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सड़कों पर कचरा और गंदगी फैली है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मौके पर एक्टू के जिला प्रभारी सुखलाल यादव, संजू देवी, सुरेखा देवी, रेखा देवी, ममता देवी, सुरेश राम, रंजीत राम, प्रमोद राम, प्रेम शंकर कुमार, राजकुमार राम समेत दर्जनों दैनिक सफाई कर्मी मौजूद रहे।
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दैनिक सफाई कर्मियों की आठ सूत्री मांगें
नगर परिषद में वर्षों से कार्यरत सभी दैनिक कर्मचारियों को स्थायी करने, वेतन विसंगति को दूर कर समान काम के बदले समान वेतन देने, एपीएफ एवं जीवन बीमा की राशि कर्मचारियों की खाता में जमा करने, सातवां वेतनमान से स्थायी कर्मचारियों को बकाया 12 माह का वेतन भुगतान करने, सभी सेवा निवृत कर्मचारियों को पेंशन एवं सेवांत लाभ का भुगतान करने, कोरोना से बचाव संबंधित सभी समानों की आपूर्ति करने, पूर्व में किए गए सभी समझौता को लागू कर समस्या का निदान करने की मांग की।