प्रतियोगिता परीक्षा में सफल प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित
शाहपुर पटोरी में एसएफआइ जिला संगठन की ओर से लाल बहादुर राय के चालीसवें शहादत दिवस के अवसर पर प्रतिभाओं को सम्मानित किए जाने के निर्णय के बाद गुरुवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
समस्तीपुर । शाहपुर पटोरी में एसएफआइ जिला संगठन की ओर से लाल बहादुर राय के चालीसवें शहादत दिवस के अवसर पर प्रतिभाओं को सम्मानित किए जाने के निर्णय के बाद गुरुवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्थानीय गुलाब राय बूबना इंटर विद्यालय के प्रांगण में गुरुवार को पूर्व में आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा में सफल प्रतिभागियों के बीच समारोह आयोजित कर पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सचिव आनंद कुमार ने की। संचालन जिला अध्यक्ष अवनीश कुमार ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एसएफआइ के पूर्व जिलाध्यक्ष सह विभूतिपूर विधायक अजय कुमार ने आठ दर्जन से अधिक सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। समारोह को नेता मनोज कुमार सुनील, भोला प्रसाद दिवाकर, एआइएसएफ जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार, दिलीप कुमार सिंह, अनिमेष कुमार, संजय कुमार, भूषण सिंह आदि ने संबोधित किया। मौके पर ज्योति कुमारी, शिवरंजन कुमार, संजय कुमार, स्नेहा कुमारी, विकास कुमार, सतीश कुमार, रवि कुमार, पप्पू कुमार, सरोज कुमार, चंदन कुमार, महेंद्र राय आदि उपस्थित थे।
चहारदीवारी निर्माण का एसडीओ ने लिया जायजा
मोहिउद्दीननगर प्रखंड परिसर में चहारदीवारी निर्माण कार्य का एसडीओ मो. जफर आलम ने गुरुवार को जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पंचम वित्त आयोग कि राशि से प्रखंड परिसर के चारों ओर चहारदीवारी निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। मौके पर बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह, पूर्व प्रमुख कृष्ण कुमार चौधरी, सीओ प्रमोद रंजन, रविश कुमार सिंह सहित अभियंता मौजूद थे। किसानों की बैठक में उठा जलजमाव का मुद्दा
हलई ओपी क्षेत्र की इंद्रबारा पंचायत के पहाड़पुर में विभिन्न समस्याओं को लेकर किसानों की बैठक बुधवार को हुई। इसकी अध्यक्षता हरेराम दाहा ने की। संचालन रामप्रताप दास ने किया। किसानों ने न केवल नीलगाय व सुअरों से होने वाली क्षति के बारे में चर्चा की, बल्कि क्षेत्र में जलजमाव की समस्या भी रखी। किसानों ने प्रशासन के सामने जलजमाव से निजात दिलाने के लिए बार- बार आवेदन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई। मौके पर श्यामबाबू दाहा, तुलसी राय, कैलाशी दास, रामसुंदर राय, धर्मनाथ दाहा समेत काफी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।