अपराध की साजिश रचते छह गिरफ्तार, दो फरार
12 दिन पूर्व रोसड़ा अनुमंडल के हसनपुर थाना अंतर्गत दुधपुरा बाजार में दिनदहाड़े एक किराना व्यवसायी पर हुई गोलीबारी मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में कुल छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से दो देसी कट्टा चार कारतूस एवं 6 मोबाइल के साथ घटना में प्रयुक्त बाइक भी जब्त की गई है।
समस्तीपुर । 12 दिन पूर्व रोसड़ा अनुमंडल के हसनपुर थाना अंतर्गत दुधपुरा बाजार में दिनदहाड़े एक किराना व्यवसायी पर हुई गोलीबारी मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में कुल छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से दो देसी कट्टा, चार कारतूस एवं 6 मोबाइल के साथ घटना में प्रयुक्त बाइक भी जब्त की गई है। अनुमंडल पुलिस कार्यालय पर शुक्रवार को दोपहर बाद पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसडीपीओ सहरियार अख्तर ने बताया कि घटना के साजिशकर्ता दुधपुरा के ही ओमप्रकाश लाल के पुत्र विकास कुमार की निशानदेही पर मंगलगढ़ मैदान से अन्य पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि दो फरार होने में सफल रहे। गुरुवार की शाम गिरफ्तारी उस समय हुई जब सभी अपराध की साजिश रहे थे। गिरफ्तार अपराधियों में विभूतिपुर के साखमोहन निवासी गोपाल प्रसाद सिंह का पुत्र राहुल कुमार उर्फ पनिया एवं ललन सिंह का पुत्र मन्नु कुमार उर्फ अन्नू, रोसड़ा थाना के हिरमिया निवासी राजकुमार महतो का पुत्र मनीष कुमार एवं लक्ष्मण दास का पुत्र राजू कुमार तथा पांचोपुर के रामसेवक पासवान का पुत्र मुकेश पासवान शामिल है। जबकि शहर के शारदानगर का राकेश महतो एवं हसनपुर थाना के खरहिया निवासी बमबम राय मौके से फरार होने में सफल रहा। डीएसपी ने फरार दोनों को भी घटना की साजिश में शामिल रहने की बात बताते हुए कहा कि जल्द ही दोनों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पनिया पिस्टल और मनीष कट्ठा से मारी थी गोली
विगत 2 मई को दिनदहाड़े 10.30 बजे दुधपुरा बाजार में किराना व्यवसायी मुकुंद लाल को अपराधियों ने उस समय दो गोली मारी जब वे अपने दुकान पर दुकानदारी कर रहे थे। एक ही पल्सर बाइक पर सवार होकर पहुंचे तीन अपराधियों में से राहुल उर्फ पनिया ने पिस्टल एवं मनीष ने कट्टा से सीधा फायरिग मुकुंद लाल पर किया। इसके बाद बाइक पर सवार होकर फरार हो गया। पुलिस के अनुसार पल्सर बाइक को अपराधी मन्नू चला रहा था। जबकि अन्य अपराधी कवच की भूमिका निभा रहे थे। डीएसपी ने घटना का कारण विकास और मुकुंद लाल के बीच कमेटी के रुपये को लेकर विवाद होना और उक्त विवाद को लेकर ही विकास द्वारा मुकुंद लाल की हत्या के लिए अपराधियों को दो लाख की सुपारी देना बताया। उन्होंने अपराधी पनिया को पूर्व में भी एक हत्या मामले में जेल जाने की जानकारी देते हुए सभी का आपराधिक इतिहास रहने का दावा किया। मामले के पर्दाफाश पुलिस अधीक्षक ने गठित की थी टीम
दिनदहाड़े हुई गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहरियार अख्तर के नेतृत्व में टीम गठित कर उद्भेदन का निर्देश दिया। उक्त टीम में हसनपुर व विभूतिपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार एवं चंद्रकांत गौरी, सोनी जोगेंद्र सिंह एवं साइबर सेल के अरविद कुमार को शामिल किया गया था। एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद एसपी के निर्देश पर लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छापामारी प्रारंभ कर दिया गया। इसी क्रम में साजिशकर्ता विकास कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की गई। उसके द्वारा संलिप्तता स्वीकारते ही पूरे मामले से पर्दा उठ गया।