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कोहबर में देखलउं जखने कनिया, धैलउं पेटकुनिया..

सरायरंजन प्रखंड के हरिपुर बरहेता स्थित ब्रह्मास्थान में जिले की प्रमुख साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था अभिव्यक्ति सरायरंजन इकाई के तत्वावधान में विराट सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार व कवि चांद मुसाफिर ने की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 12:38 AM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 12:38 AM (IST)
कोहबर में देखलउं जखने कनिया, धैलउं पेटकुनिया..
कोहबर में देखलउं जखने कनिया, धैलउं पेटकुनिया..

समस्तीपुर । सरायरंजन प्रखंड के हरिपुर बरहेता स्थित ब्रह्मास्थान में जिले की प्रमुख साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था अभिव्यक्ति, सरायरंजन इकाई के तत्वावधान में विराट सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार व कवि चांद मुसाफिर ने की। संचालन सीताराम शेरपुरी ने किया। कार्यक्रम का आगाज प्रो. अवधेश कुमार झा के मंगलाचरण से हुआ। काव्य प्रवाह का आरंभ चर्चित साहित्यकार और गायक डॉ. सच्चिदानंद पाठक की भक्ति रचना - बाबा आबऽ न हमरो कवरेज एरिया .., से हुआ। इसके बाद '-कोहबर में देखलउं जखने कनिया, धैलउं पेटकुनिया.., कहां से चलिऐलऽ हे रधिका .., जैसी उनकी व्यंग रचनाओं ने कवि सम्मेलन में समां बांध दी। वहीं ऋतुराज वसंत के आगमन पर आधारित द्वारिका राय सुबोध की रचना- भाव सारे प्रभावी हो गए, तन वसंती मन गुलाबी हो गए.., हित लाल पाठक की रचना-'बादल गरज रहे हैं, बिजली छिटक रही है.., प्रो. अवधेश कुमार झा की रचना - ऋतु वसंत शुभ आयल हे ,सरसों फूल फुलायल हे.., ने श्रोताओं को उल्लास व उमंग से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम संयोजक सह नव गीतकार केपी गिरि की मधुर तान- 'पीर दिल की नयन में सजल हो गई, जिदगानी हमारी गजल हो गई.., ने श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। इससे इतर आचार्य लक्ष्मी दास की प्रेरक रचना- जीवन का एक-एक पल है अनमोल.., कार्यक्रम संचालक सीताराम शेरपुरी की रचना- चांदी के जूते को खाने की खातिर.. एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष चांद मुसाफिर की रचना- मुल्क की इज्जत से मत खेलो नेताजी ,इससे अच्छा पापड़ बेलो नेताजी.., ने राजनीतिक विद्रूपता पर श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। अन्य कवियों में अनिल कुमार झा, गणेशानंद गिरि, बब्बन गिरि की रचनाओं ने भी श्रोताओं ने खूब तालियां बटोरीं। इसके पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत शिक्षाविद रामपुकार राय ने किया। वहीं मुख्य आयोजक महेश्वर राय के द्वारा सभी कवियों को मिथिला की परंपरा के अनुसार चादर, माला एवं पाग भेंट कर सम्मानित किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन उमेशचंद्र झा ने किया। मौके पर पंचायत के मुखिया ताराकांत राय गौतम, पैक्स अध्यक्ष रामलाल झा, अजीत कुमार राय, राम स्वार्थ राय, साजन राय, बृजमोहन कुमार, शशि भूषण, ऋषि कुमार, मनीष कुमार, पंकज कुमार, सोनू कुमार, आविष्कार कुमार, प्रियांशु कुमार, विश्वास राज सहित सैकड़ों श्रोता मौजूद रहे।

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