समस्तीपुर में तीसरी लहर से बचाव की तैयारी अधूरी, आक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य भी पूरा नहीं
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए अभी सदर अस्पताल तैयार नहीं हो पाया है। तैयारी अधूरी है अगस्त में पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। अभी निर्माण पूरा होने में वक्त लगेगा। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर में ज्यादातर प्रभावित होंगे।
समस्तीपुर । कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए अभी सदर अस्पताल तैयार नहीं हो पाया है। तैयारी अधूरी है, अगस्त में पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। अभी निर्माण पूरा होने में वक्त लगेगा। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर में ज्यादातर प्रभावित होंगे। हालांकि अभी कोरोना की तीसरी लहर नहीं है। सदर अस्पताल में पीकू वार्ड का भी निर्माण पूर्ण हो गया है। रंग-रोगण का कार्य चल रहा है। लेकिन उसमें अब तक ना तो बेड व आवश्यक उपकरण लगाया गया है। ऑक्सीजन पाइपलाइन का काम भी शुरू नहीं किया गया है। कई दवाओं की आपूर्ति भी नहीं की गई है। हालांकि, नर्सों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रशिक्षण गत एक महीने से दिया जा रहा है। ताकि चिकित्सक के आने से पहले नर्से इलाज प्रारंभ कर सकें। तीसरी लहर से बचाव को तैयारी में जुटा महकमा कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक बताई जा रही है। इसे लेकर सरकार चिकित्सीय सेवाओं को मजबूत करने में जुटी हुई है। टेस्टिग और ट्रैकिग पर जोर दिया जा रहा है। चिकित्सकों और विशेषज्ञों की सलाह पर स्वास्थ्य विभाग ने रणनीति बनाई है। मोबाइल टेस्ट वैन का ज्यादा उपयोग होगा और सात से आठ घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर के ज्यादा संक्रामक होने की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन बेहद सतर्क है। संक्रमण के प्रसार में वर्तमान दर में वृद्धि न हो, इसके लिए आवश्यक है कि जांच के दायरे को बढ़ाते हुए जांच में वृद्धि की जानी है। सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि ट्रेन तथा दूसरे राज्यों से बसों में आने वाले यात्रियों की जांच रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में होगी। जांच के रिपोर्ट के आलोक में पूर्व में निर्गत निर्देश के तहत इलाज की जाएगी। जिन इलाकों में संक्रमण के मामले पाए जाते है तो वहां संघन जांच कराई जाएगी। इसी तरह अभिभावक भी अपने बच्चों को शारीरिक रूप से मजबूत बना रहे हैं, जिससे तीसरी लहर का सामना वे मजबूती से कर सकें। चिकित्सकों से डाइट चार्ट तैयार करवाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सके। पीकू वार्ड व ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने की चल रही तैयारी कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए अस्पताल में पर्याप्त साधनों की व्यवस्था की जा रही है। सदर अस्पताल में पीकू वार्ड चालू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अलावा अनुमंडलीय अस्पताल व पीएचसी में भी वार्ड तैयार किया जा रहा है। ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सदर अस्पताल सहित दलसिंहसराय, पूसा व पटोरी में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है। वहीं रोसड़ा में अभी प्रक्रिया चल रही है। ऑक्सीजन प्लांट मशीन उपलब्ध कराई गई है। इसके बाद इसे इंस्टॉल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इंस्टॉल होने के बाद ऑक्सीजन उत्पादन शुरु हो जाएगा।