तस्वीर व माइक लेकर दौड़ रही पुलिस, महिला की हत्या का सुराग नहीं
वारिसनगर थाना क्षेत्र की गोही पंचायत अंतर्गत देसरिया-दमदरी चौर से बुधवार की सुबह बरामद महिला के अधजली लाश की पहचान 36 घंटे बाद भी नहीं हो सकी है।
समस्तीपुर । वारिसनगर थाना क्षेत्र की गोही पंचायत अंतर्गत देसरिया-दमदरी चौर से बुधवार की सुबह बरामद महिला के अधजली लाश की पहचान 36 घंटे बाद भी नहीं हो सकी है। पुलिस द्वारा छह-सात किलोमीटर के दायरे में महिला के शव की पहचान के लिए माइकिग भी कराई गई है। वहीं सोशल मीडिया पर तस्वीर को शेयर कर उसकी पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। वहीं पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार घटना के दूसरे दिन थानाध्यक्ष प्रसुंजय कुमार के द्वारा वारिसनगर थाना सहित आसपास के करीब आधा दर्जन किलोमीटर के दायरे में माइकिग कराकर शव की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। पुलिस द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न ग्रुपों पर तस्वीर को भेजकर उसकी पहचान कराने की भी कोशिश की जा रही है। हालांकि अब तक उसकी पहचान नही हो पाई है। पुलिस के द्वारा इस मामले की जांच कई बिंदुओं पर की जा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो दहेज हत्या का मामला भी बनता है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि दहेज प्रताड़ना से आजिज होकर महिला खुद जहर खाकर मर गई होगी या उसे जहर खिलाकर मार दिया गया होगा। इसके बाद परिजनों के द्वारा उसकी लाश को जलाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई होगी। यदि ऐसा हुआ होगा तो मायके के लोग जरूर उसकी खोजबीन करेंगे। इसके अलावा ऑनरकिलिग का मामला भी हो सकता है। चूंकि अब तक महिला की पहचान नहीं होना, इस संदेह को और बल देता है। पुलिस घरेलू हिसा एवं ऑनरकिलिग के बिंदु पर भी जांच कर रही है। वैसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद वेसरा की जांच में इस बात का पर्दाफाश हो जाएगा। थानाध्यक्ष प्रसुंजय कुमार ने बताया कि थाना के पदाधिकारियों एवं चौकीदारों द्वारा यह भी पता लगाया जा रहा है कि किसी परिवार की कोई महिला गायब तो नहीं है।
दो बाइक पर तीन-तीन लोग सवार होकर गए थे
घटनास्थल के बगल की रायपुर पंचायत के सरपंच पति राजनाराय राय कहते हैं कि सड़क किनारे रहने वाले लोग कहते हैं कि दो बाइक पर तीन-तीन लोग सवार होकर मंगलवार की देर रात गए थे। लेकिन, लोगों ने सोचा कि हो सकता है खेत में पटवन के लिए जा रहा हो। इसलिए ज्यादा इस पर ध्यान नहीं दिया। हालांकि आसपास का कोई भी व्यक्ति इस पर कुछ भी कहने से परहेज कर रहा है।
72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाएगा शव
दूसरी ओर पुलिस का बताना है कि शव की पहचान के लिए सदर अस्पताल में 72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद उसे उसे सुरक्षित रख लिया गया है। विभिन्न संचार माध्यमों से उसकी पहचान के लिए तस्वीर को प्रकाशित भी कराया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन ने जनसंपर्क विभाग के निदेशक को पत्र भेजकर महिला की अधजली लाश की तस्वीर प्रकाशित कराने का अनुरोध किया है, जिससे उसकी पहचान हो सके।