किसानों को बिचौलियों के चंगुल में फंसाना चाहती है सरकार: पप्पू
सरकार की गलत नीतियों के कारण अब भारत के किसान बिचौलियों के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। सरकार की नीति के कारण अब जमाखोरों की चांदी कटने वाली है और किसानों की स्थिति बद से बदतर होने वाली है।
समस्तीपुर । सरकार की गलत नीतियों के कारण अब भारत के किसान बिचौलियों के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। सरकार की नीति के कारण अब जमाखोरों की चांदी कटने वाली है और किसानों की स्थिति बद से बदतर होने वाली है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने गुरुवार को कहीं। वे किसान मजदूर रोजगार यात्रा के दौरान पटोरी के धमौन स्थित निरंजन स्थान पहुंचे। यहां आयोजित किसान मजदूर रोजगार महासभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की गलत नीतियों के कारण यहां के किसान मजदूर की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है और सरकार मौन होकर तमाशा देख रही है। बिहार में न तो किसानों के लिए बाजार है, न मंडी है न अनुमंडल स्तर पर गोदामों की व्यवस्था की गई है। आज हालात यह है कि हमारे देश में जन्म लेने वाला प्रत्येक बच्चा 16 लाख का कर्ज लेकर ही पैदा होता है। किसानों को अपने उत्पादन की कीमत खुद निर्धारित करने का अधिकार सरकार को देना चाहिए। सरकार अविलंब कृषि को उद्योग का दर्जा दे तथा गैर राजनीतिक दल का एक ऐसा संगठन बनाए जो किसानों के उत्पादित अनाजों की कीमत का आकलन कर सके ताकि किसानों को कर्ज में डूबना न पड़े। उन्होंने कहा कि पैक्स में बिचौलियों के द्वारा ही धान की खरीद की जाती है जो बिहार सरकार की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि काले कृषि कानून किसानों के लिए अभिशाप है। यहां फसल क्षति की भरपाई किसानों को नहीं मिलकर भू स्वामियों को मिलता है। नतीजा यह है कि एक माफिया गिरोह तंत्र पूरी व्यवस्था पर हावी होता जा रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार बुलगानीन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन धर्मेंद्र प्रियदर्शी ने किया। इस अवसर पर जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र, कुशवाहा राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रघुपति सिंह, पूर्व विधायक दिनेश प्रसाद राय, अवधेश प्रसाद, राजेश पप्पू, नंदकिशोर कापर, अनीता कुमारी, मनोज कुमार, अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य नारायण सहनी सहित काफी संख्या में नेताओं ने महासभा को संबोधित किया।