अज्ञात गाड़ी से कुचलकर वृद्ध की मौत
समस्तीपुर। एक अज्ञात वाहन से कुचल जाने के कारण मंगलवार की रात चकसाहो गांव के निवासी दिव्यांग बालेश्वर चौधरी (65) की मौत हो गई।
समस्तीपुर। एक अज्ञात वाहन से कुचल जाने के कारण मंगलवार की रात चकसाहो गांव के निवासी दिव्यांग बालेश्वर चौधरी (65) की मौत हो गई। घटना के पश्चात लोगों ने पटोरी- बिदगामा पथ को चकससाहो गांव के समीप जाम कर दिया तथा शव के साथ प्रदर्शन किया। घटना के संबंध में ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालू के अवैध उत्खनन में लगे हाईवा गाड़ी के द्वारा उक्त व्यक्ति को ठोकर मारा गया। जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया। घायल अवस्था में उसे पटोरी के अस्पताल में लाया गया जहां उसे अतिरिक्त चिकित्सा के लिए पटना पीएमसीएच भेजा गया। चिकित्सा के दौरान मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई। पटना से उसका शव आते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने शव के साथ पटोरी बिदगामा पथ को जाम कर दिया तथा प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पटोरी के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार, पूर्व मुखिया अमरनाथ चौधरी, जदयू नेता मनोज कुमार सिंह आदि वहां पहुंचे। इन लोगों के आश्वासन तथा दोषी पर त्वरित कार्रवाई की बात पर लोगों ने जाम हटाया। इधर, ग्रामीणों ने बताया कि अवैध रूप से गंगा में बालू के उत्खनन कार्य में लगे हाईवा के द्वारा यह घटना घटी है। वैसे पटना में उसके पुत्र के द्वारा दिए गए बयान में कहा गया है कि मंगलवार को जब वे शौच के लिए निकले तो अज्ञात वाहन से ठोकर लग गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वाहन चालक वाहन के साथ फरार हो गया। गंगा से बालू का हो रहा अवैध उत्खनन
मोहनपुर प्रखंड के विभिन्न गंगा घाटों से कई दबंग लोगों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बालू का अवैध उत्खनन दिन-रात किया जा रहा है। इस कार्य में बड़े पैमाने पर वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। सड़क दुर्घटना में मौत के मामले में आम लोगों का कहना है कि यह घटना भी वैसी ही हाईवा गाड़ी से हुई जिस पर अवैध उत्खनन के बालू ढोया जा रहा था। उक्त आशय की शिकायत करते हुए जदयू के नेता मनोज कुमार सिंह डुमरी ने सीएम को भी जानकारी दी है। जानकारी देते हुए मांग की है कि वैसे लोगों पर आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री को कहा है कि मोहनपुर के विभिन्न गंगा घाटों पर बालू का अवैध उत्खनन जोरों पर है। इसके लिए सारे सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इतना ही नहीं इससे सरकार को व्यापक रूप से राजस्व का घाटा हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस अवैध उत्खनन की जानकारी यहां के अधिकारियों को भी है कितु इस ओर कोई कदम नहीं उठाया जाना भी कई प्रश्न खड़ा करता है।