मानसूनी बारिश ने खोली रोसड़ा नगर पंचायत के दावों की पोल
रुक-रुककर हो रही मानसून की बारिश ने रोसड़ा नगर पंचायत के व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। सफाई और नाला उड़ाही की व्यवस्था पर प्रतिमाह लाखों खर्च होने के बावजूद शहर में जलजमाव की समस्या पूर्व की तरह ही बरकरार है।
समस्तीपुर । रुक-रुककर हो रही मानसून की बारिश ने रोसड़ा नगर पंचायत के व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। सफाई और नाला उड़ाही की व्यवस्था पर प्रतिमाह लाखों खर्च होने के बावजूद शहर में जलजमाव की समस्या पूर्व की तरह ही बरकरार है। नगर के हालात बदतर देख मुख्य पार्षद ने भी कार्यपालक पदाधिकारी से पत्राचार कर अविलंब इस ओर कार्रवाई का आग्रह किया है। उन्होंने शहर के सभी छोटे- बड़े नाला को अतिक्रमण मुक्त कराकर सफाई की समुचित व्यवस्था करने को कहा है। उन्होंने शहर के कई स्थानों वार्ड नंबर 8 में अंबेडकर चौक, वार्ड नंबर 10 में काली स्थान चौक, वार्ड नंबर 14 में राम किशन लाल के घर के निकट का जिक्र करते हुए मुख्य बाजार, गुदरी चौक, ब्लॉक रोड, थाना रोड आदि सड़क किनारे नाला पर अवैध अतिक्रमण रहने की बात बताते हुए कहा है कि अतिक्रमण के कारण नाला की सफाई समुचित ढंग से नहीं हो सकी है। इसके कारण जलजमाव की समस्या गंभीर रहना बताया है। उन्होंने नाला का कचरा व दुर्गंध युक्त पानी सड़क पर बहने के कारण महामारी की आशंका जताते हुए अविलंब इस ओर कार्य प्रारंभ करने पर बल दिया है। साथ ही इस आशय की जानकारी मुख्य पार्षद ने स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी के साथ जिलाधिकारी समस्तीपुर को भी प्रेषित किया है। बताते चलें कि विगत 2 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बरसात में संपूर्ण शहर पानी पानी हो चुका है। शहर के महादेव मठ,वार्ड नंबर 3, नायक टोली, प्रभु ठाकुर मोहल्ला, पांचोपुर, फकीरना, महावीर स्थान, कटहलबन्नी, कालीबेदी ढाब मुहल्ला तथा लक्ष्मीपुर समेत कई सरकारी कार्यालय परिसर में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं सभी मुख्य एवं संपर्क सड़क पर कचरायुक्त नाला का पानी भी उपटकर बहने लगा है। जिससे शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार के निर्देश का भी पालन नही करता नपं प्रशासन
मानसून पूर्व तैयारी को ले बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा एक माह पूर्व ही इससे संबंधित निर्देश जारी किया गया था। जिसमें सभी छोटे नाले, अंडर ग्राउंड तथा मेनहोल की सफाई युद्ध स्तर पर कराकर 15 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया गया था। वही जल बहाव में अवरोध को देखते हुए अभियान के तहत सभी नाला को अतिक्रमण मुक्त करने का भी निर्देश दिया था। साथ ही जरूरत के अनुसार जलजमाव रोकने के लिए कच्चा नाला से ही इंटरकनेक्टेड करने समेत कई प्रकार का निर्देश जारी किया गया था। विभागीय निर्देश के एक माह बीत जाने के बाद भी नपं प्रशासन द्वारा अनुपालन सुनिश्चित नहीं कराया गया। इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि सरकार और विभाग से भी प्राप्त निर्देश को यहां ठंडे बस्ता में ही डाल दिया जाता है।