अखंड सुहाग के लिए विवाहिताओं ने वटवृक्ष में बांधे रक्षा सूत्र
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना की। वट सावित्री के अवसर पर सुहागिनों ने वरगद पेड़ के नीचे बैठकर पूजा अर्चना की। वहीं कच्चा धागा लपेटकर पति के दीर्घायु जीवन की कामना की। इस दौरान सावित्री एवं सत्यवान कथा का भी श्रवण किया। पंडितों ने विधिपूर्वक पूजा अर्चना कराई।
समस्तीपुर । जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना की। वट सावित्री के अवसर पर सुहागिनों ने वरगद पेड़ के नीचे बैठकर पूजा अर्चना की। वहीं कच्चा धागा लपेटकर पति के दीर्घायु जीवन की कामना की। इस दौरान सावित्री एवं सत्यवान कथा का भी श्रवण किया। पंडितों ने विधिपूर्वक पूजा अर्चना कराई। रोसड़ा, संस: वट सावित्री के मौके पर रोसड़ा में भी विवाहिताओं ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना की तथा पति की लंबी आयु और अखंड सुहाग के लिए रक्षा सूत्र भी बांधा। जगह-जगह महिलाओं ने दैनिक जागरण के अभियान से जुड़कर बरगद का पेड़ लगाने का भी संकल्प लिया ।शहर के बाबा अमर सिंह स्थान परिसर में स्थित विशाल बरगद पेड़ के नीचे जुटी सैकड़ों महिलाओं ने पूजा अर्चना की। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी विवाहित महिला के बीच नवविवाहित कन्या द्वारा एक साथ विधि विधान के साथ की गई पूजा अर्चना आकर्षण का केंद्र बना रहा। मौके पर अलग-अलग पंडितों द्वारा सावित्री और सत्यवान की कथा भी वाचन किया जा रहा था। कथा वाचन कर रहे पंडित अरुण मिश्र ने बरगद में भगवान शिव का निवास होना बताते हुए कहा कि उन्हीं के कृपा से पतिव्रता सावित्री के मृत पति सत्यवान जीवित हो गए थे।वही थाना परिसर स्थित मंदिर के सामने एवं महादेव मठ, मिर्जापुर आदि गांव स्थित वटवृक्ष के नीचे भी सजी-धजी महिलाओं की कतार लगी रही। शाहपुर पटोरी, संस: घने बरगद के वृक्ष के नीचे सुहागिनों की भीड़। वटसावित्री व्रत में आस्था ऐसी जैसे अपने सुहाग की रक्षा के लिए यमराज से भी लड़ जाएंगी। रक्षा सूत्र से बरगद के पेड़ को आच्छादित करने वाली महिलाएं उसी बरगद को प्रतीक मानकर अपने सुहाग की रक्षा की कामना तो की ही कितु इस वर्ष पटोरी की महिलाओं ने कुछ अलग ही ठान लिया। इस बार वटसावित्री की पूजा बरगद की टहनियां तोड़कर नहीं कीं बल्कि सुहाग की रक्षा के लिए जीवित और प्रौढ़ वृक्ष विकसित करने का संकल्प भी लिया। महिलाएं वटसावित्री व्रत से पहले बरगद के पौधे लगायीं और ना सिर्फ इसकी पूजा कीं बल्कि सुहाग के साथ उसकी सुरक्षा की शपथ भी लीं। पटोरी के हसनपुर सूरत में महिलाओं ने इसकी शुरुआत भी कर दी। इस गांव की प्रमिला देवी, कमलासो देवी, सुनीता देवी और प्रियांशु कुमारी आदि ने पूजा से कुछ दिन पूर्व पौधे लगाए और गुरुवार को वटसावित्री व्रत में उसकी रक्षा का संकल्प भी लिया। मोहिउद्दीननगर,संस: अखंड सुहाग की खातिर सुहागिन महिलाओं ने गुरुवार को वट सावित्री की व्रत रखी। वहीं बरगद के वृक्ष की पुजा कर सुहाग की लंबी आयु के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए पुजा अर्चना करते हुए दिन भर उपवास पर रही। सुलतानपुर सहित हर गांवों मे महिलाओं ने सुबह सुबह ही गंगा स्नान कर वट सावित्री की पूजा मे जुटी रही। मोहनपुर, संस : सुहागिन महिलाओं ने गुरुवार को वट- सावित्री व्रत के अवसर पर बड़गद वृक्ष की पूजा कर अक्षय सुहाग का आशीर्वाद प्राप्त की। इसके लिए प्रखंड क्षेत्र की अधिकांश महिलाएं गंगा के सरारी, हरदासपुर, रसलपुर, मटिऔर, डुमरी, जौनापुर, बघड़ा आदि घाटों पर पवित्र स्नान की। स्नानोपरांत अपने को श्रृंगार व प्रसाधनों सुसज्जित करा पूजा की थाल लेकर निकटवर्ती बड़गद वृक्ष तक गयी। पूरोहितों से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत् पूजा - अर्चना की। बड़गद वृक्ष में कच्चे सूत के धागे लपटे। पंडितों को दान -दक्षिणा देने के पश्चात् अपने-अपने पति का पाद-प्राच्छालन किया।पति को पंखे से हवा करके प्रसाद खिलायी और पूरे दिन फलाहार रहकर व्रत को पूरा किया। दूसरी ओर इसबार प्रखंड क्षेत्र में अनेक सुहागिनों ने इस अवसर पर पौध रोपण का कार्य भी की। दलसिंहसराय,संस : पति की दीर्घायु की कामना का पर्व वट सावित्री पूरे अनुमंडल में श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया। महिलाएं वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना के बाद पेड़ में रक्षा सूत्र बांधी। बालों में वट वृक्ष के पत्ते लगाकर पति के दीर्घायु की कामना की। पति की दीर्घायु और सेहत-नेमत की कामना को लेकर सुहागिनें बड़ी संख्या में वट वृक्ष के नीचे जुटीं। अपने सुहाग की सलामती की मनौती मांग यहां विधि-विधान से महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। शिवाजीनगर, संस प्रखंड क्षेत्र के गांवों में महिलाओं ने अपनी पति की दीर्घायु होने के लिए गुरुवार को वट सावित्री की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर महिलाओं ने विधिवत ढंग से अपने आंगन में वट वृक्ष की पौधा को रखकर मंत्रोच्चारण के साथ ही वट सावित्री की पूजा की। बट सावित्री पूजा के दौरान महिलाओं ने नए-नए वस्त्र आभूषण, कई प्रकार की फल पकवान चढ़ाते हुए पूजा अर्चना के बाद प्रसाद को परिवार के लोगों एवं अन्य लोगों में वितरण किया। इस अवसर पर अपने अपने पति का चरण पखाड़ते हुए बांस के पंखा से शरीर पर हवा देने की परंपरा दुहराई। इस अवसर पर चित्तौड़ा गांव निवासी अनीता देवी, पूनम देवी, विभा देवी, मीना देवी, बबीता देवी, रेणु देवी, शैल कुमारी, फुल दाई देवी सहित अन्य महिलाओं ने धूमधाम से पूजा अर्चना की। ताजपुर,संस :प्रखंड क्षेत्र में पति की लंबी आयु के लिए रखे जाने वाला व्रत वट सावित्री की पूजा अर्चना की गई। मानपुरा, कोठिया, सारसौना,बंगरा, हरिशंकरपुर बघौनी, बाघी, रजवा, दिघरुआ, रामापुर महेशपुर इत्यादि पंचायतों में सुहागिन महिलाओं ने सावित्री-सत्यवान की मूर्तियां, धूप, दीप, घी, बांस का पंखा, लाल कलावा, सुहाग का समान, कच्चा सूत, चना (भिगोया हुआ), बरगद का फल, जल से भरा कलश आदि सामग्री लेकर वट सावित्री पूजन की एवं वट को रक्षा सूत्र बांधते हुए परिक्रमा की। इस दौरान स्वाहागिन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए कामनाएं भी की। विभूतिपुर, संस : प्रखंड के विभिन्न गांवों में गुरूवार को सुहागिनों ने अपने पति की सलामती को लेकर वट सावित्री व्रत रखा। बरगद के पेड़ में विधिवत धागा बांधकर श्रद्धा और निष्ठा पूर्वक अपने पति की दीर्घायु के साथ ही परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। हालांकि, कोरोना काल के कारण बरगद के पेड़ पर पूजा करने वाली सुहागनों की संख्या बहुत ही कम देखी गई। अधिकतर सुहागिनों ने अपने घर में हीं बरगद की डाली रोपकर उसकी पूजा - अर्चना की। दैनिक जागरण के अभियान से प्रभावित होकर कई जगहों पर सुहागिनों ने बरगद का पौधा रोपकर पूजा - अर्चना करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कल्याणपुर,संस : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में गुरुवार को वट वृक्ष की पूजा अर्चना सुहागिनों ने की। वट वृक्ष में धागा बांधते हुए चना आदि का भोग लगाते हुए अपने अपने पति की दीर्घायु की कामना की। पूजा अर्चना करने वालों में बासुदेवपुर की अनामिका, वंदना झा, अनीशा, अनीता, अजना गांव की प्रेमशीला देवी, रेणु देवी, स्वाति कुमारी, किरण वर्मा, धुवगामा में रीता देवी रामपुरा में कविता कुमारी आदि ने बताया कि पति की लंबी आयु के लिए यह पूजा अर्चना सुहागिन महिलाएं करती हैं।