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प्रवचन सुनने से मानसिक तनाव कम होता

समस्तीपुर। मानव जीवन तीन प्रकार के कार्यों पर आधारित होता है। प्रारब्ध कर्म जो पूर्व जन्म में जैसा किया उस प्रकार से वैसे फल को प्राप्त किया।

By Edited By: Published: Thu, 17 Nov 2016 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 17 Nov 2016 03:01 AM (IST)
प्रवचन सुनने से मानसिक तनाव कम होता

समस्तीपुर। मानव जीवन तीन प्रकार के कार्यों पर आधारित होता है। प्रारब्ध कर्म जो पूर्व जन्म में जैसा किया उस प्रकार से वैसे फल को प्राप्त किया। चाहे द्रोपदी के वस्त्र हरण की घटना हो या भीष्म पितामह को बाण शैय्या मिला हो। ये सब पूर्व जन्म के कर्मों का फल है। उक्त बातें हसनपुर चीनी मील परिसर में आयोजित पांच दिवसीय रामचरित्र मानस एवं गीता ज्ञान यज्ञ में आशुतोष महाराज जी की शिष्या विदूषी सुनीता भारती एवं साध्वी महामाया भारती ने अपने प्रवचन के दौरान कही। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय जिला पार्षद सह राजद नेता शंभू भूषण यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जिला पार्षद श्री यादव ने कहा कि प्रवचन सुनने से मानव के मानसिक तनाव में कमी आती है। मनुष्य का मन अगर शांत हो जाये तो उन्हें ईश्वर की प्राप्ति का रास्ता प्रशस्त हो जाता है। स्वामी धनंजयानंद महाराज के संचालन में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम में साध्वी शालिनी भारती ने कहा कि तीन कर्मों के कारण मानव को संसार में बार-बार जन्म और मृत्यु के चक्र में फंसना पड़ता है। इस चक्र से मुक्ति के लिए ज्ञानाग्नि अर्थात ब्रह्मस्थान की आवश्यकता पड़ती है और ब्रह्मज्ञान का रास्ता सिर्फ प्रवचन से ही प्राप्त हो सकता है। इस कार्यक्रम की सफलता में अर्जुन सहनी, रामचन्द्र यादव, सुरेन्द्र साह, शुलो शर्मा, सतेन्द्र ¨सह बैजू कुमार आदि की सराहनीय भूमिका रही।


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