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डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण

सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम अनिल कुमार गुप्ता ने स्थानीय स्टेशन का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 11:39 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 06:15 AM (IST)
डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण

समस्तीपुर। सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम अनिल कुमार गुप्ता ने स्थानीय स्टेशन का निरीक्षण किया। स्टेशन पर दो प्लेटफॉर्माें को जोड़ने और यात्रियों की सुविधाओं के लिए बनाए जा रहे ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। इस दौरान काफी संख्या में लोगों व जनप्रतिनिधियों ने स्टेशन पर यात्री सुविधा बढ़ाने व एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग की। सीपीएम नेता मनोज कुमार सुनील, भाजपा के रवीश कुमार सिंह आदि ने एक मांग पत्र सौंप कर डुमैनी राजाजान हॉल्ट पर मानव सहित रेल फाटक बनाने व इस हॉल्ट पर एक सवारी गाड़ी के ठहराव की मांग रखी। कहा कि निषादों की तीर्थस्थली केवल स्थान से लेकर भुरहा पुल तक सड़क निर्माण हो चुका है। कितु, राजाजान हॉल्ट के समीप रेल फाटक नहीं होने के कारण दो प्रखंडों सहित जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क पथ नहीं जुड़ रहा है। इस पर डीआरएम ने गंभीरता से विचार करने की बात कही। उन्होंने स्टेशन पर पेयजल, बिजली, शौचालय, टिकट आरक्षण काउंटर आदि चीजों का निरीक्षण किया। इस दौरान कृष्ण कुमार चौधरी, रामबाबू पासवान, अजय सिंह, अरविद सिंह, राजन पासवान आदि मौजूद थे। सोलर पावर से जगमग होंगे स्टेशन व कॉलोनी -20 एकड़ जमीन चाहिए सोलर पावर हाउस की स्थापना के लिए - रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर लगेगा सोलर पावर हाउस - समस्तीपुर के अलावा मुरलीगंज, नरकटियागंज, बगहा व खजौली में जगह का चयन कर बोर्ड को भेजा जाएगा प्रस्ताव जासं, समस्तीपुर : रेल मंडल प्रशासन अब रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर सोलर पावर हाउस खोलेगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। सोलर पावर हाउस से उत्पन्न होनेवाली बिजली से रेलवे स्टेशन और कॉलोनी जगमग होंगे। वहां बिजली की जरूरत पूरी होने के बाद अधिक उत्पादन हुआ तो रेलवे बिजली बेचकर आमदनी भी बढ़ाएगा। सोलर पावर हाउस के लिए समस्तीपुर के अलावा नरकटियागंज, बगहा, खजौली स्टेशन के पास रेलवे की खाली जमीन का चुनाव किया गया है। सीनियर डीईई अभिषेक कुमार ने कहा कि वैसे यह योजना प्रारंभिक अवस्था में है। अभी जमीन खोजी जा रही है। जमीन मिलने के बाद रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

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तलाशी जा रही जमीन सोलर पावर हाउस के लिए एक स्थान पर 20 एकड़ जमीन चाहिए। सीनियर डीईई अभिषेक कुमार ने बताया कि अभी मुरलीगंज, नरकटियागंज, बगहा और खजौली के पास सोलर पावर हाउस के लिए 20-20 एकड़ का भूखंड खोजने की कोशिश जारी है। जगह चयनित होने पर ही रेलवे बोर्ड को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा। बोर्ड की हरी झंडी के बाद सोलर पावर हाउस का निर्माण होगा। स्थान और जरूरत के हिसाब से सोलर प्लेट का किलोवाट बढ़ाया व घटाया जाएगा। वैसे आमतौर पर सोलर पैनल बिछाकर धूप से बिजली का उत्पादन करने की योजना है। इसके दो फायदे होंगे। एक तो रेलवे को बिजली खपत के लिए राशि राज्य सरकार को नहीं देनी पड़ेगी और दूसरी बात बिजली की कमी से होनेवाली परेशानियों से भी मुक्ति मिलेगी। वैसे जो जानकारी मिल रही, इसमें चयनित स्थलों पर रेलवे जगह खोजने की कोशिश में है। सबसे अधिक समस्तीपुर मंडल मुख्यालय में परेशानी मंडल मुख्यालय में 20 एकड़ जमीन नहीं मिल पा रही सोलर ऊर्जा प्लांट के ये हैं फायदे - सोलर ऊर्जा प्लांट पर्यावरण के अनुकुल ऊर्जा का श्रोत है।

- सौर ऊर्जा उत्पन्न करने में जीवाश्म ईंधन की तरह प्रदूषण नहीं होता है।

- राज्य सरकार की बिजली आपूर्ति बाधित रहने पर भी यह काम करता रहेगा।

- इसमें फॉल्ट आने की समस्या नहीं रहती।

- बिजली उत्पादन पर खर्च को कम किया जा सकेगा।


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