आपसी वर्चस्व को लेकर दो गुटों में अंधाधुंध फायरिग, एक को लगी गोली
पूसा थाना क्षेत्र के धोबगामा गांव में आपसी वर्चस्व में जमकर फायरिंग हुई। इस घटना में एक को गोली लगी है। जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे रेफर कर दिया गया है। इस घटना से आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई है।
समस्तीपुर । पूसा थाना क्षेत्र के धोबगामा गांव में आपसी वर्चस्व में जमकर फायरिंग हुई। इस घटना में एक को गोली लगी है। जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे रेफर कर दिया गया है। इस घटना से आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई है। लोग दहशत में आ गए हैं। सूचना मिलते ही सदर डीएसपी समेत काफी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के धोवगामा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह व्यापार मंडल अध्यक्ष मनोहर ठाकुर और दूसरे गुट के कैलाश ठाकुर के बीच गुरुवार की सुबह वर्चस्व को लेकर अंधाधुंध फायरिग हुई। इसमें दोनों ओर से दर्जनों राउंड फायरिग हुई। व्यापार मंडल अध्यक्ष बाल-बाल बच गए। जबकि इस क्रम में कैलाश ठाकुर के पंजरा में गोली लग गई। उसे गंभीरावस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। व्यापार मंडल अध्यक्ष का कहना है कि गुरुवार की सुबह किसी कार्य से गांव के ही ठाकुरबाड़ी पर गए थे। इसी बीच स्व.दिनेश ठाकुर के पुत्र कैलाश ठाकुर कार्रवाईन से अंधाधुंध फायरिग करने लगा। उसके साथ एक युवक भी था, जो पिस्टल से गोली चलाने लगा। उसी के द्वारा चलाई गई गोली कैलाश ठाकुर को लगी है। व्यापार मंडल अध्यक्ष का कहना है कि पहले से भूमि विवाद को लेकर कैलाश ठाकुर के द्वारा उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों एवं पुलिस का कहना है कि दोनों तरफ से गोलीबारी की गई है। इधर, घटना की सूचना मिलते ही सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार, थानाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा समेत काफी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों ओर से गोलीबारी हुई है। घटनास्थल से कार्रवाईन के 11 खोसा एवं चार बुलेट मिला है। पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है। बताया जाता है कि भूमि विवाद में ही कैलाश ठाकुर के भाई की हत्या पहले हो चुकी है। पुलिस उस मामले से जोड़कर इस घटना को देख रही है। हालांकि किसी भी ओर से अब तक प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया गया है।