पटसा के विशेष भारद्वाज का इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम
समस्तीपुर। रोसड़ा अनुमंडल के पटसा निवासी 5 वर्षीय बालक विशेष भारद्वाज ने होनहार वीरवान के होत चिकने पात वाली कहावत को चरितार्थ किया है।
समस्तीपुर। रोसड़ा अनुमंडल के पटसा निवासी 5 वर्षीय बालक विशेष भारद्वाज ने होनहार वीरवान के होत चिकने पात वाली कहावत को चरितार्थ किया है। भारत सरकार से निबंधित एवं एशियन बुक ऑफ रिकॉर्ड से प्रस्वीकृत संस्था द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में बालक विशेष ने 11 मिनट 8 सेकंड में धारा प्रवाह 170 मुहावरे और लोकक्तियां सुना डाली। आयोजक मंडल के सदस्य भी बालक का प्रतिभा देख दंग रह गए। महज 5 वर्ष 9 माह का विशेष भारद्वाज पटसा निवासी राकेश कुमार झा का पुत्र है। वर्तमान में राकेश जी हरियाणा के महेंद्रगढ़ में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं और अभिषेक की मां प्रतिभा देवी कुशल गृहिणी है। विगत 26 मार्च केा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में शामिल हुए विशेष को सफलता के बाद संस्था द्वारा रविवार को अवार्ड से नवाजा गया। और बुक के साथ उसे मेडल से पुरस्कृत भी किया गया। छोटे से बालक की प्रतिभा से परिजनों के साथ साथ गांव के लोग भी गदगद हैं। इस संबंध में माता पिता ने बताया कि विगत वर्ष भी विशेष ने बुक में नाम दर्ज कराने का प्रयास किया था। लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। इस बार आयोजित प्रतियोगिता में 11 मिनट 8 सेकंड में 170 हिदी लोकोक्तियां धारा प्रवाह सुनाकर उसने यह मुकाम हासिल किया है। माता पिता की मानें तो विश्व के अधिकांश देशों की राजधानी का नाम विशेष के जिह्वा पर रटा है। मां प्रतिभा कुमारी ने कहा कि बच्चों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा को निखारने की आवश्यकता है। इसमें माता का रोल सबसे अहम हैं। हालांकि इसके साथ-साथ अन्य परिजन और गुरुजन का भी सहयोग होना चाहिए। विशेष के गांव में भी चाचा धर्मनाथ झा के साथ साथ उपेंद्र प्रसाद सिंह, अनामिका भारद्वाज, वरुण राय एवं रोशन राय आदि ने भी हर्ष जताते हुए विशेष को एक ऊंचाई तक पहुंचने की कामना की है।