दफ्तरों में भी कोहराम, साहेब से बाबू तक सदमे में
समस्तीपुर में सिविल सर्जन के कोरोना संक्रमित होने के बाद अब जिलाधिकारी की भी ट्रूनेट मशीन से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव होने के बाद वे होम क्वारंटाइन हो गए र्ह। जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। जिलाधिकारी के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना से लोग भयभीत हो गए हैं।
समस्तीपुर । समस्तीपुर में सिविल सर्जन के कोरोना संक्रमित होने के बाद अब जिलाधिकारी की भी ट्रूनेट मशीन से रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव होने के बाद वे होम क्वारंटाइन हो गए र्ह। जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। जिलाधिकारी के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना से लोग भयभीत हो गए हैं। जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। फिलहाल यह ट्रूनेट की जांच रिपोर्ट है। उनका सैंपल जांच के लिए एम्स पटना भी भेजा गया है। अपर समाहर्ता विनय कुमार राय को दैनिक कार्यों के लिए अधिकृत किया गया है। इसके अलावा मनरेगा विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मी भी संक्रमित हुए है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनकी शाखा से जुड़े सभी कर्मियों के नमूने लिए गए। मेडिकल टीम ने नमूनों को जांच के लिए भेजा है। जानकारी मिलने के बाद समाहरणालय परिसर की विभिन्न शाखाओं में हड़कंप मचा रहा। बताते हैं कि कई कर्मी होम क्वारंटाइन हो गए हैं।
बस, ट्रेन और गांव-घरों से होते हुए कोरोना अब दफ्तरों में भी धमका है। पहले अस्पतालों और पुलिस थानों को निशान पर लिया मगर अब तो हर दफ्तर में कोहराम मचाना शुरू कर दिया हे। सरकारी विभाग के दफ्तर हो या निजी कंपनियों के कार्यालय, सब जगह कोरोना पहुंच चुका है। छोड़ किसी को नहीं रहा है। अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर के साथ ही नर्स और लैब टेक्नीशियन को भी संक्रमित कर दिया। थाने पहुंचा तो प्रभारी से लेकर सिपाही तक को पॉजिटिव कर दिया। बैंक में मैनेजर के साथ उनके स्टाफ भी संक्रमित हो गए। ऐसे में दफ्तरों में आमजनों की आवाजाही पहले से कम हो गई थी अब तो बंद सा ही हो गया है। सिविल सर्जन का एम्स पटना में चल रहा इलाज
सिविल सर्जन का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उनकी स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई थी। इसके बाद तत्काल उन्हें 14 जुलाई की संध्या बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर कर दिया गया। जिसके बाद से ही एम्स पटना में इलाज चल रहा है। उन्हें दो यूनिट प्लाजमा भी चढ़ाया गया है। जिसके बाद उनकी स्थिति में सुधार आया है। उनके संपर्क में आयी उनकी पत्नी समेत तीन अन्य रिश्तेदार भी संक्रमित हुए थे। कोरोना पॉजिटिव निवर्तमान डीपीओ की इलाज के दौरान मौत
जिले के शिक्षा विभाग के निवर्तमान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की मौत चार जुलाई को पटना में हो गई थी। वे कोरोना पॉजिटिव थे। समस्तीपुर में ही कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एक महीने तक वे पटना में भर्ती थे। बताया जाता है कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा गठित वाहन कोषांग में उन्हें तैनात किया गया था। इसी दौरान उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। जब जांच कराया गया तो वे कोरोना संक्रमित पाए गए थे। एसबीआई मुख्य शाखा के आधा दर्जन संक्रमित
शहर के कचहरी परिसर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा में कोरोना ने अपनी धमक दे दी। इसमें शाखा प्रबंधक समेत आधा दर्जन कर्मियों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। सभी होम आइसोलेशन हो गए है। जानकारी के अनुसार उक्त बैंक के 25 कर्मियों का सैंपल लिया गया था। जिसमें से फिलहाल आधा दर्जन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमित के संपर्क में आने वाले अधिकारियों को होम क्वारंटाइन
कोरोना पॉजिटिव रेलकर्मी ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया। है। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के दो संक्रमित कर्मी के संपर्क में आने की वजह से पांच अधिकारी और 30 कर्मचारी को होम क्वरंटाइन किया गया है। साथ ही इन्हें वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी गई थी। इनमें से कार्मिक विभाग के एक अधिकारी और 16 कर्मियों की होम क्वारंटाइन की अवधि समाप्त हो गई है। जबकि, चार अधिकारी और 14 कर्मियों की होम क्वारंटाइन की अवधि 21 जुलाई तक है।