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सरकारी योजनाएं धरातल पर उतरेगी तभी बदलेगी गांव की सूरत

आमलोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे मिले। इसकी इच्छा शायद हर किसी आमजन को होती है। योजनाओं का लाभ पाने के लिए लोग अमूमन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सहायता की उम्मीद रखते हैं। अधिकांश जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी उन्हीं पर निर्भर करता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 12:01 AM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 12:01 AM (IST)
सरकारी योजनाएं धरातल पर उतरेगी तभी बदलेगी गांव की सूरत
सरकारी योजनाएं धरातल पर उतरेगी तभी बदलेगी गांव की सूरत

समस्तीपुर । आमलोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे मिले। इसकी इच्छा शायद हर किसी आमजन को होती है। योजनाओं का लाभ पाने के लिए लोग अमूमन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सहायता की उम्मीद रखते हैं। अधिकांश जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी उन्हीं पर निर्भर करता है। इसलिए कहा गया है कि किसी भी क्षेत्र के समुचित विकास के लिए शिक्षा, रोजगार, सड़क, स्वास्थ्य और जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं का ईमानदारी पूर्वक धरातल पर उतारना जरूरी है। इसके बिना लोगों की जिदगी अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। बात कर रहे हैं विभूतिपुर प्रखंड की कल्याणपुर दक्षिण पंचायत की। शनिवार को दैनिक जागरण की ओर से आयोजित चौपाल में काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। दयानंद पान, राम जिनीश राय, रमेश कुमार, संतोष कुमार, दिलीप कुमार राय, महेश कुमार, मुकेश कुमार पान, रामप्रीत दास, राम शंकर, रजनीश कुमार, रविंद्र कुमार, मनीष कुमार, राकेश कुमार समेत अन्य लोगों ने अपनी बातें बेबाकी से रखी। आम जनता से जुड़़ी समस्याओं को गिनाया। हालांकि स्थानीय लोगों ने मुखिया के द्वारा विकास को लेकर किए जा रहे प्रयास की प्रशंसा की।

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लोगों का कहना था कि मनरेगा मजदूरों को समय से मजदूरी नहीं मिलती है। पंचायत के विभिन्न वार्डो में नल जल योजना से काम कराया गया। लेकिन, प्रत्येक परिवार को स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है। कन्या विवाह योजना का लाभ लेने के लिए विवाहिता को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ता है। कबीर अंत्येष्टि की राशि लाभुकों को न मिलना अफसोस की बात है। पशुपालक किसानों को उचित मूल्य पर दुग्ध की बिक्री ना होना घाटा का सौदा बन रहा है। युवा बेरोजगार हैं। घर परिवार छोड़कर जीवनयापन के लिए दूसरे प्रदेश में जाना मजबूरी बन गया है। यदि सरकार रोजगार का साधन स्थानीय स्तर पर मुहैया कर देती तो पलायन रुक जाता। पेंशन योजना के तहत लाभुकों के खाता में अभी तक राशि नहीं भेजी गई है। जबकि, लाभार्थी कई बार पासबुक और आधार कार्ड की छायाप्रति प्रखंड कार्यालय में दे चुके हैं। खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत सूची में नाम नहीं होने के कारण गांव के दर्जनों लोगों को अनाज नहीं मिल पा रहा है। गांव और पंचायत को भी आधुनिक सुविधाएं मिलनी चाहिए। 24 घंटे बिजली रहे, उच्च शिक्षा की व्यवस्था हो, जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था हो। लोगों को चिकित्सा के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। गांव के आसपास स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। प्रखंड मुख्यालय में स्वास्थ्य केंद्र है, जिसकी दूरी अधिक है। लोग मरीज को लेकर दलसिंहसराय समेत अन्य जगहों पर जाते हैं। कहते हैं लोग : कृषि समन्वयक द्वारा किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी ससमय नहीं दी जाती है। जिससे वे सरकारी लाभ से वंचित रह जाते हैं। यह अलग बात है कि सरकार किसान चौपाल लगाने और जानकारी देने के लिए काफी खर्च कर रही है।

शशि भूषण दास

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में दादा, परदादा के नाम से भूमि होने की वजह से किसानों को लाभ न मिलना बड़ी समस्या है। खाद, बीज, अनुदान समय पर मिले तो किसानों को आसानी होगी।

विनोद कुमार

कल्याणपुर दक्षिण पंचायत में शैक्षणिक व्यवस्था दुरुस्त हो। छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने दूर नही जाना पड़े। इसके लिए धरातल पर काम होनी चाहिए। यही एकमात्र इच्छा है।

यशवंत सिंह

पंचायत की कई सड़कें आज भी जर्जर है। प्राथमिकता के आधार पर इसकी मरम्मत होनी चाहिए। तभी विकास को रफ्तार मिलने की बातें सार्थक होंगी।

योगेन्द्र राय

पंचायत के 50 फीसद परिवार के पास अब भी शौचालय नहीं हैं। जबकि प्रोत्साहन राशि का उठाव अधिकांश लोगों ने कर लिया है। यह गंभीर समस्या है। सक्षम पदाधिकारियों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

अशोक कुमार राय

हमारा पंचायत हाईटेक हो। सारी सुविधाएं आमजन को आसानी से मिल सके। यह मेरा सपना है। विगत कई वर्षों में विकासात्मक कार्य हुए हैं। लेकिन, इसमें गति प्रदान करने की आवश्यकता है।

रामविलास प्रवासी

मध्य विद्यालय समर्था के निकट पंचायत सरकार भवन बना है। पंचायत स्तर की सुविधाओं का अभाव है। इसको दुरुस्त करने की आवश्यकता है। ताकि लोगों को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाना न पड़े।

दिलीप कुमार राय बोली मुखिया अपने स्तर से विभिन्न सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ पंचायत को दिलाने के लिए हरसंभव प्रयासरत कर रही हूं। पंचायत में अभी भी विकास के कई काम बचे हुए हैं जो नहीं सके हैं। विकास कार्य जिस तेज गति से होनी चाहिए, वह नहीं हो सका है। बावजूद उनका प्रयास है कि जल्द से जल्द लंबित कार्य पूरा हो। लोगों को हर संभव सरकारी सुविधाएं मिले।

अर्चना कुमारी, मुखिया, कल्याणपुर दक्षिण कल्याणपुर दक्षिण पंचायत एक नजर में

कुल वार्ड : 14

बिहार पंचायत सरकार भवन : 1

आंगनबाड़ी केंद्र : 14

प्राथमिक विद्यालय : 7

मध्य विद्यालय : 2

उच्च विद्यालय : 1

संस्कृत विद्यालय : 1

जविप्र दुकान : 5

पोखरा : 4

कुआं : 15

नहर : 1

ठाकुरबाड़ी : 1

मस्जिद : 0

प्रा.स्वा.केंद्र : 0

सामुदायिक भवन : 1

मनरेगा भवन : 1 (अ‌र्द्धनिर्मित)


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