सरकारी निर्देश का असर नहीं, कोचिग में पढ़ाई जारी
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी निर्देश पर स्कूल-कोचिग को अगले 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन इस आदेश को धत्ता बताकर वारिसनगर में कोचिग संस्थान संचालित हो रहे हैं।
समस्तीपुर । कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी निर्देश पर स्कूल-कोचिग को अगले 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन इस आदेश को धत्ता बताकर वारिसनगर में कोचिग संस्थान संचालित हो रहे हैं। जागरण टीम ने प्रखंड क्षेत्र के सतमलपुर, चारो, प्रखंड मुख्यालय, मनियारपुर, रोहुआ, भादोघाट आदि का भ्रमण कर पड़ताल की तो कई कोचिग संस्थान खुले पाए गए। सबसे आश्चर्य की बात तो यह दिखी की न तो शिक्षक ही मास्क लगाए थे और न हीं छात्र-छात्राएं। इन लोगों को कोरोना जैसी महामारी का न तो किसी प्रकार का भय दिखा और न ही सरकार द्वारा जारी निर्देश का। शिक्षकों का कहना था कि अगर कोचिग बंद कर देंगे तो अभिभावक भी पैसा नही देंगे। इस संबंध में बीआरसी पर संपर्क करने पर बीआरपी चंद्रभूषण ठाकुर ने बताया कि क्षेत्र का लगातार निरीक्षण किया जाता है। बताए गए स्थानों पर भी जांच-पड़ताल की जाएगी और उसे बंद कराया जाएगा। सरकारी विद्यालयों में भी शिक्षकों की 33 प्रतिशत रहेगी उपस्थिति समस्तीपुर : कोविड-19 संक्रमण के कारण जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की 33 प्रतिशत ही उपस्थिति रहेगी। राज्य स्तर से निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने इसको लेकर आदेश जारी किया है। इसमें बताया है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण जिले के सभी सरकारी एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों को 18 अप्रैल तक बंद रखने का निर्देश पूर्व में ही दिया गया था। इसको लेकर प्राथमिक विद्यालयों में जहां दो शिक्षक है वहां बारी-बारी से शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे तथा जहां दो से अधिक शिक्षक पदस्थापित है वहां प्रत्येक दिन बारी-बारी से 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे। मध्य विद्यालयों, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रत्येक दिन उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा शेष शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी प्रत्येक दिन बारी-बारी से 33 प्रतिशत में उपस्थित रहेंगे। वहीं कॉलेजों में सह प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर एवं ऊपर के सभी पदाधिकारी प्रत्येक दिन उपस्थित रहेंगे। सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी एवं उनसे नीचे के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बारी-बारी से प्रत्येक दिन 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे।