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गंगा नदी के जलस्तर में कमी, फिर भी खतरा बरकरार

गंगा के जलस्तर में कमी आने के बाद बाढ़ पीड़ितों ने राहत की सांस ली है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के सरारी स्थित कैंप पर प्रतिनियुक्त जीतेश रंजन ने बताया कि फरक्का गेट खुलने के बाद गंगा का जलस्तर बारह घंटों तक स्थिर रहने के बाद पिछले छह घंटों में पांच सेमी की कमी दर्ज की गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 12:48 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 06:32 AM (IST)
गंगा नदी के जलस्तर में कमी, फिर भी खतरा बरकरार
गंगा नदी के जलस्तर में कमी, फिर भी खतरा बरकरार

समस्तीपुर । गंगा के जलस्तर में कमी आने के बाद बाढ़ पीड़ितों ने राहत की सांस ली है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के सरारी स्थित कैंप पर प्रतिनियुक्त जीतेश रंजन ने बताया कि फरक्का गेट खुलने के बाद गंगा का जलस्तर बारह घंटों तक स्थिर रहने के बाद पिछले छह घंटों में पांच सेमी की कमी दर्ज की गई। बुधवार की दोपहर गंगा का जलस्तर 4725 सेमी पर है जो खतरे के लाल निशान से 175 सेमी ऊपर है। गंगा के जलस्तर में मामूली कमी आने के बाद लोगों ने राहत की सांस तो अवश्य ली है, पर उनकी समक्ष समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। हाजीपुर-बाजिदपुर बांध के दक्षिण वाले भूभाग में समुद्र सा ²श्य दिखाई पड़ रहा है, वहां के गांव पानी में उतराते हुए से लग रहे हैं। बाढ़पीड़ितों का जीवन नारकीय बना हुआ है। न भोजन बनाने का ठीक है, न खाने का ।जिनके घर पानी से पूरी तरह डूब चुके हैं, उनकी जिदगी घरों के छत पर या ऊंची भराई पर बने घरवाले पड़ोसी के यहां वे अपर्याप्त सरकारी राहत का रोना भी रो रहे हैं। बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं का निदान करने के लिए मंगलवार को समाजसेवियों को कमर बांधकर आगे आते देखा गया। मोहनपुर के पूर्व प्रमुख कमलकांत राय अपने निजी कोश से बड़ी नाव चुरा, गुड़, बिस्किट, पानी के बोतल आदि लेकर गंगा पार दियारा गए और वहां के लोगों को सांत्वना देते हुए उनके बीच राह सामग्री का वितरण किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन से बात करके आवश्यक्तानुसार नाव की और व्यवस्था कराने की पहल उनके द्वारा किया जाएगा। राहत कार्य में पूर्व प्रमुख के साथ जदयू नेता मनोज कुमार सिंह, छात्र नेता सरोज कुमार, दिनेश राय, प्रेम राय आदि तत्परता दिखा रहे थे। दूसरी ओर समाजसेवी अमन कुमार सुमन ने बाढ़ के बीच घिरे लोगों के घरों से बच्चों को नाव पर चढ़ाकर सामुदायिक कीचेन तक लाया। बच्चों को उन्होंने गर्म दूध पिलवाया और भोजन करवाकर पुन: सबों के घर पहुंचा दिया। इधर बघड़ा पंचायत में राजद तकनीकि सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष ई विद्यासागर ने बघड़ा पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के बीच चूड़ा-गुड़ का वितरण किया। उनके साथ अच्छे लाल राय, डॉ. रामनिवास आजाद, अशोक कुमार राय, बलिराम राय, सुरेंद्र राय, नीतीष कुमार, राजन कुमार आदि मौजूद थे। विधायक एज्या यादव मंगलवार की शाम जलालपुर, जौनापुर गांवों में बाढ़पीड़ितों का हालचाल पूछा और संपूर्ण मोहनपुर प्रखंड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग की। भाजपा नेता राजकपूर सिंह व पूर्व मुखिया मनोज कुमार सिंह बेरी, मटिऔर, जौनापुर आदि गांवों का भ्रमण कर बाढ़पीड़ितों का हाल जाना।

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19 सरकारी विद्यालयों में नहीं हो सकी अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षा

मोहनपुर के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र के 19 सरकारी विद्यालयों में अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं हो सकी। यह परीक्षा 20 सितंबर से होनेवाली थी। जानकारी देते हुए बीआरपी अश्विनी कुमार पंडित ने बताया कि इसमें जौनापुर संकुल के 10, डुमरी संकुल के 6 व रसलपुर संकुल के 3 विद्यालय शामिल हैं ।

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इनसेट : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में महामारी से निबटने के लिए प्रशासन तैयार

फोटो: 25 एसएएम 33, 35

मोहिउद्दीननगर, संस: समाहर्ता शशांक शुभंकर ने मंगलवार की देर संघ्या मोहिउदीननगर के विभिन्न वाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों की सुध ली। इस दौरान कहीं नौका पर सवार हुए तो कहीं पैदल यात्रा किया। डीएम के साथ अंचलाधिकारी प्रमोद रंजन, बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह, थानाध्यक्ष परमानंद लाल कर्ण के आलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि व काफी संख्या मे बाढ़ पीड़ित शामिल थे। जहां लोगों ने अपनी समस्या से डीएम को अवगत कराते हुए बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर राहत वितरण कार्य तेज करने की मांग कि। समाहर्ता ने हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों की हर समस्या के निदान के लिए प्रशासन बिल्कुल तैयार है। किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होने दिया जाएगा। इधर विधान पार्षद राणा गंगेश्वर प्रसाद सिंह ने भी क्षेत्र मे बाढ़ से बिगड़ते हालात की जानकारी जिला प्रशासन को देकर राहत मुहैया कराने की मांग कि है।

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संभावित बीमारियों से निबटने में जुटा प्रशासन

शाहपुर पटोरी, संस : बाढ़ के बाद अब उन क्षेत्रों में होने वाली संभावित बीमारियों से निबटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। बुधवार को पटोरी अनुमंडल कार्यालय स्थित संबोधि सभाकक्ष में एक आवश्यक बैठक आयोजित कर शशांक शुभंकर ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए। पटोरी अनुमंडल क्षेत्र के मोहिउद्दीननगर, मोहनपुर, पटोरी तथा दलसिंह सराय अनुमंडल के विद्यापति नगर प्रखंड में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के चिकित्सा प्रभारियों और अधिकारियों को सजग रहने का भी आदेश दिया गया है। बैठक में डीएम ने सभी प्रखंडों के चिकित्सा प्रभारी को आदेश दिया है कि बाढ़ प्रभावित पंचायतों में पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिग पाउडर तथा डीडीटी का छिड़काव कराया जाए, साथ ही शुद्ध पेयजल के लिए हैलोजन की गोलियां भी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने इस कार्य में सिविल सर्जन, एसडीओ, संबंधित बीडीओ व अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंचायत के मुखिया व पंचायत प्रतिनिधियों का भी इस कार्य में सहयोग लें। उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद जलजमाव से डायरिया, डेंगू, इंसेफेलाइटिस आदि बीमारियों के होने तथा महामारी फैलने की संभावना रहती है। इसके लिए पूर्व में ही निरोधात्मक उपाय कर लिए जाएं। उन्होंने सिविल सर्जन से कहा कि विभिन्न अस्पतालों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं तथा डायरिया से निबटने की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराएं। उन्होंने बैठक में इन चारों प्रखंडों में चल रहे राहत कैंप की भी जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश भी दिए। बैठक में सिविल सर्जन सियाराम मिश्र, एसडीओ मो. शफीक, बीडीओ क्रमश: नवकंज कुमार, कृष्णकांत सिंह, मनोज कुमार, सीओ चंदन कुमार, चंद्रकांत सिंह, प्रमोद कुमार, सीडीपीओ मधु कुमारी, श्वेता कुमारी, मोनिका कुमारी के अतिरिक्त इन प्रखंडों के चिकित्सा प्रभारी व अन्य कर्मी भी मौजूद थे। डीएम ने बैठक के पश्चात इन प्रखंडों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तथा चल रहे राहत कैंपों का मुआयना भी किया।


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